UP Election: AAP नेता यावर रोशन ने AIMIM पर लगाए गम्भीर आरोप, टिकट के मामले में कही ये बड़ी बात
उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है, चुनाव की तारीख़ों का ऐलान होते ही राजनीतिक पार्टियां सियासी मैदान में उम्मीदवारों को उतारना शुरू कर चुकी है।
मुज़्ज़फ़र
नगर,
22
जनवरी
2022।
उत्तर
प्रदेश
में
चुनावी
बिगुल
बज
चुका
है,
चुनाव
की
तारीख़ों
का
ऐलान
होते
ही
राजनीतिक
पार्टियां
सियासी
मैदान
में
उम्मीदवारों
को
उतारना
शुरू
कर
चुकी
हैं।
मुज़फ़्फ़र
नगर
के
चरथावल
विधानसभा
से
आम
आदमी
पार्टी
ने
युवा
नेता
यावर
रौशन
को
टिकट
दिया
है।
ग़ौरतलब
है
कि
यावर
रौशन
टिकट
मिलने
के
एक
दिन
पहले
तक
पहले
आरएलडी
के
नेता
थे
औ
उन्होंने
चुनावी
रण
में
दांव
आज़माने
का
सोच
भी
नहीं
था।
हालांकि
अब
वह
चरथावल
विधानसभा
से
आम
आदमी
पार्टी
के
उम्मीदवार
हैं।
वन
इंडिया
हिंदी
ने
यावर
रौशन
से
ख़ास
बातचीत
की
उन्होंने
बताया
की
किस
तरह
से
उन्होंने
सियासी
मैदान
में
क़दम
रखा।
इस
दौरान
उन्होंने
औवैसी
की
पार्टी
ऑल
इंडिया
मजलिस-ए-इत्तेहादुल
मुस्लेमीन(एआईएमआईएम)
पर
गंभीर
आरोप
भी
लगाए।
2009 में हुई सियासी सफ़र की शुरुआत
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार यावर रौशन ने बताया कि उन्होंने 2009 में राजनीति में क़दम रखा था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी सियासी सफ़र की शुरूआत की लेकिन कांग्रेस में उन्हें सम्मान की कमी दिखी इस वजह से उन्होंने कांग्रेस को अलविदा बोल दिया। उसके बाद उन्होंने आरएलडी का दामन थामा और पुरज़ोर मेहनत करते हुए पार्टी की सियासी ज़मीन मज़बूत करने में जुट गए। इस दौरान उन्हें चुनावी मैदान में उतरने का कोई खयाल नहीं था। इस बार भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह दांव आज़माने के मूड में नहीं थे। हालांकि उन्हें दो तीन राजनीतिक दलों से चुनावी रण में उतरने के लिए ऑफ़र आ रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्हें एआईएमआईएम की तरफ़ से टिकट देने की बात कही गई थी कि आप पार्टी में शामिल हो जाएं, आपको टिकट के साथ पैसे भी दिए जाएंगे लेकिन किसी वजह से उन्होंने एआईएमआईएम का दामन नहीं थामा।
AIMIM पर लगाए गम्भीर आरोप
यावर रौशन ने बताया कि उनके एक करीबी को एआईएमआईएम ने टिकट देने की एवज़ में 10 लाख रुपये की मांग की थी। इसके सबूत भी वह पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पैसे देकर सियासत नहीं करना है। अगर एआईएमआईएम की तरफ़ से बिना किसी शर्त के भी टिकट दी जाती तो वह उससे चुनाव नहीं लड़ते। यावर रौशन से जब यह पूछा गया कि आपका सूची में नाम आने के एक दिन पहले तक आरएलडी नेता के तौर पर देखे जा रहे थे फिर अचानक से आम आदमी पार्टी से टिकट के दावेदार कैसे बन गए। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह आम आदमी पार्टी के वीज़न को देखते हुए पार्टी का दामन थामा है। जिस तरह से केजरीवाल ने दिल्ली मॉडल तैयार किया वैसे ही वह अपने विधानसभा की तस्वीर बदलना चाहते हैं। अपने विधानसभा में हर एक बुनियादी सुविधा मुहैय्या कराना चाहते हैं।
RLD से क्यों नहीं की टिकट की दावेदारी ?
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार यावर रौशन से जब यह पूछा गया कि आप चाहते तो आरएलडी से टिकट ले सकते थे फिर आप ने आरएलडी से टिकट की दावेदारी क्यों नहीं की। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आरएलडी में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता की बात आलाकमान तक नहीं पहुंच पाती है। आरएलडी में सबसे बड़ी परेशानी है की वहां कम्युनिकेशन गैप है। नेताओं की बात तो हाइकमान तक पहुंच नही पाती है तो कार्यकर्ताओं की बात कैसे पहुंचेगी। यावर रौशन ने कहा कि मेरा जो विज़न है जिस तरह से मैं अपने विधानसभा को बनाना चाहता हूं, मुझे लगता है कि आम आदमी पार्टी के ज़रिए मैं अपने हलके का विकास अपनी तरह से कर पाऊगां। इसलिए मैने आम आदमी पार्टी की टिकट पर चरथावल से चुनावी मैदान में हूं। उन्होंने कहा कि मैं अपने विधानसभा की तस्वीर इस तरह से बदल दूंगा की लोग मेरे विधानसभा कि मिसाल देंगे।
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