बाराबंकी: अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग महिला कॉन्स्टेबल ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट वायरल
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक महिला कॉन्स्टेबल ने पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला कॉन्स्टेबल का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को महिला कॉन्सटेबल के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में कॉन्स्टेबल ने पुलिसकर्मियों पर मानसिक रूप से परेशान करने और छुट्टी ना देने के आरोप लगाये है। वहीं, एसपी ने प्रभारी निरीक्षक परशुराम ओझा और मुंशी रुखसार अहमद को लाइनहाजिर कर दिया है।
घटना हैदरगढ़ कोतवाली की है। यहां कोतवाली में तैनात महिला कॉन्स्टेबल मोनिका का शव उसके कमरे में फंदे पर लटकता मिला। हरदोई जिले की मूल निवासी मोनिका 2016 बैच की सिपाही थी। करीब एक साल से कोतवाली में तैनात मोनिका किराये के मकान में रह रही थी। पुलिस ने मौके से महिला सिपाही के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उसने थानेदार और कुछ पुलिसकर्मियों पर मानसिक रूप से परेशान करने साथ ही छुट्टी न देने के आरोप लगाए हैं।
सोशल
मीडिया
पर
वायरल
हो
गया
सुसाइड
नोट
महिला
सिपाही
मोनिका
के
कमरे
में
सुसाइड
नोट
मिला
मगर
हैदरगढ़
पुलिस
ने
उसे
छुपा
लिया।
कई
घंटे
के
बाद
वह
सुसाइड
नोट
व्हाट्सएप
पर
वायरल
हो
गया।
सुसाइड
नोट
में
मोनिका
ने
लिखा
है
कि
वह
थाने
में
क्राइम
एंड
क्रिमिनल
ट्रैकिंग
नेटवर्क
सिस्टम
(सीसीटीएनएस)
मैं
काम
करती
है
इसके
बावजूद
लगातार
उसकी
ड्यूटी
बाहर
नियम
विरुद्ध
लगाई
जाती
है।
इसका
जब
मैंने
विरोध
किया
तो
थाने
पर
तैनात
कांस्टेबल
मोहर्रिर
रुखसार
अहमद
व
एसएचओ
परशुराम
ओझा
द्वारा
मुझे
प्रताड़ित
किया
जाने
लगा।
मेरी
गैरहाजिरी
की
रपट
भी
लिख
दी।
29
सितंबर
को
जब
मैं
छुट्टी
का
प्रार्थना
पत्र
लेकर
एसएचओ
परशुराम
ओझा
के
पास
गई
तो
उन्होंने
रजिस्टर
फेंक
दिया
और
कहा
कि
मैं
छुट्टी
नहीं
दूंगा,
सीओ
से
जाकर
मिलो।
मोनिका
ने
अपने
पत्र
में
लिखा
कि
छुट्टी
अधिकार
होता
है
उसके
लिए
भी
अगर
उच्चाधिकारियों
के
सामने
भीख
मांगने
पड़े
तो
यह
ठीक
नहीं
है।
अगर
मुझे
छुट्टी
दे
दी
जाती
तो
यह
कदम
मै
ना
उठाती।
अंत
में
उसने
अपने
मम्मी
पापा
को
सॉरी
बोलते
हुए
माफी
मांगी
है।
इस
पूरे
मामले
में
अभी
पुलिस
अधिकारी
कुछ
भी
कहने
से
बच
रहे
हैं।