मदरसे के पैसे पर डोली नियत तो रच डाली लूट की झूठी कहानी
बहराइच। नानपारा-रुपईडीहा मार्ग पर एक युवक ने उसके के साथ हुई 50 हजार रुपए की लूट की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू की, तो पता चला कि युवक ने झूठी चोरी की कहानी सुनाई थी। दरअसल वह खुद ही मदरसे के 50 हजार रुपए हड़पने की फिराक में था। यह बात पुलिस की छानबीन से डरकर युवक ने खुद ही कबूल की।
मोतीपुर थाना अंतर्गत रायबोझा निवासी कमरुद्दीन गांव में एक मदरसे का संचालन करता है। उसने कुछ दिनों पहले एक ट्रैक्टर खरीदा था, जिसकी किश्त के लगभग 50 हजार रुपए बकाया थे। उधर मदरसे के शिक्षकों को कई माह से वेतन भी नहीं मिला था और वह वेतन की मांग कर रहे थे। इसकी वजह से वह कर्ज से तंग आ चुका था। ऐसे में जब उसे मदरसा संचालन के लिए जकात की राशि लाने मुंबई भेजा गया, तो इन रुपयों पर उसकी नियत फिसल गई।
कमरुद्दीन सोमवार सुबह घर से बहराइच के लिए रवाना हुआ। जब वह नानपारा-रायबोझा मार्ग पर नहर के निकट पहुंचा। तभी पुलिस को सूचना देकर उसने अपने साथ लूट होने की बात कहीं। मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक रवींद्र कुमार सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पूछताछ शुरू की गई। डॉग स्क्वायड और फिंगर स्पेशलिस्ट को बुलाया गया।
कमरुद्दीन ने बताया कि वह ट्रैक्टर के बकाया 50 हजार रुपए अदा करने बहराइच जा रहा था। तभी पीछे से तीन नकाबपोश बाइक सवारों ने उसके पैसे लूट लिए साथ ही मारपीट भी की। पूछताछ में जब पुलिस ने उससे पूछा कि तुम्हारे पास यह नकदी कहां से आई थी, तो वह इस बात का जवाब नहीं दे पाया। शक होने पर पुलिस ने एक टीम को उसके घर भेजने की तैयारी शुरू की। वहीं फिंगर स्पेशलिस्ट उसके फिंगर प्रिंट लेने लगा, तो वह डर गया। इसके बाद उसने 50 हजार रुपए हड़पने की अपनी सारी साजिश के बारे में पुलिस को बता दिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में हिदायत देकर उसे छोड़ दिया गया।
ये भी पढ़ें- अनस-तन्वी पासपोर्ट मामला, तन्वी ने दिया गलत पता, रद्द हो सकता है पासपोर्ट