बाकियों का पता नहीं! लेकिन सेना के जवानों को तो अब नहीं काट पाएंगे मच्छर, देखिए ये सुरक्षा कवच
शाहजहांपुर की जी-सर्जिवियर कंपनी ने मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों और उससे होने वाली दिक्कतों को देखते हुए विदेश से एक खास फैबरिक का कपड़ा आयात किया है। जिससे कई फायदे हो सकते हैं।
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में एक निजी कंपनी ने सेना के लिए एक ऐसी ड्रेस तैयार की है जिसे पहनने के बाद मच्छर और दूसरे कीड़ों से उन सैनिकों का बचाव हो सकेगा जो जंगलों और बीहड़ में तैनात रहते हैं। सेना के इस खास ड्रेस का ट्रायल भी हो चुका है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मच्छरों से बचाने वाली इस खास ड्रेस की सप्लाई सैनिकों के लिए हो सकती है और साथ ही आम लोगों के लिए भी इस ड्रेस को बाजार में लाया जा सकता है।
दरअसल शाहजहांपुर की जी-सर्जिवियर कंपनी ने मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों और उससे होने वाली दिक्कतों को देखते हुए विदेश से एक खास फैबरिक का कपड़ा आयात किया है। जिससे कंपनी ने सीट, स्लीपिंग बैग और एक खास सूट तैयार किया है। जिसे पहने के बाद कोई भी मच्छर या दूसरे कीट हमला नहीं कर सकते हैं। खास बात ये है की इस खास फैबरिक से बने सूट और सीट को किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी के चेयरमैन घनश्याम दास अग्रवाल का कहना है कि हमारे देश की सेना और अर्धसैनिक बल नक्सलियों और आतंकियों से लड़ने के लिए कई-कई दिनों तक जगंलों और दुर्गम इलाकों में रहते हैं जहां मच्छरों का सबसे ज्यादा हमला होता है। इससे बचने लिए ही कंपनी ने इस खास सूट को तैयार किया है। जिसे पहनने के बाद सैनिक मच्छरों से होने वाले नुकसान से बच सकता है।
जी-सर्जिवियर कंपनी के चेयरमैन घनश्याम दास अग्रवाल ने बताया कि अब सबसे ज्यादा बीमारी मच्छरों के काटने से होती है। जैसे मलेरिया, चिकनगुनिया जिससे खास तौर पर सबसे ज्यादा परेशानी देश की सरहदों पर तैनात देश की रक्षा करने वाले सेना के जवानों को होती है। जो बेहद दुर्गम और जंगलों में रहकर अपनी ड्यूटी निभाते हैं। एसी जगहों पर सेना के जवानों को सबसे ज्यादा दिक्कत मच्छरों से होती है जो रात के वक्त सोते समय काटते हैं और साथ ही उसके अलावा कीड़े भी काट लेते हैं। यहां तक कि उन बीमारियों से मौत भी हो जाती है, इसलिए उनकी कंपनी ने जवानों के लिए मच्छरों से बचने के लिए एक ड्रेस तैयार की है जो देश में सिर्फ जी-सर्जिवियर कंपनी ने बनाई है।
इस ड्रेस को सेना के अधिकारियों ने डेमो किया है जिसमें ये ड्रेस सेना को भी काफी पसंद आई है। उनका कहना है कि इस ड्रेस को आम लोगों के लिए भी बाजार में लाया जाएगा। जिससे बच्चों को मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके। इस खास ड्रेस की कीमत भी कंपनी ने फिक्स कर ली है। जिसमे बच्चों के लिए बनाई गई ड्रेस की कीमत 1200 से 1500 तक होगी। बेड शीट की कीमत 2,000 से 2,500 तक होगी और सेना के जवानों के लिए तैयार की गई फुल ड्रेस की कीमत करीब पांच हजार रुपए तक होगी। जिस कपड़े से इस ड्रेस को तैयार किया गया है उसकी खासियत है कि गर्मी में अगर उसको पहना जाएगा तो गर्मी नहीं लगेगी। फिलहाल अब मच्छर के काटने से होने वाली बिमारियों से सेना के जवानों और आम लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
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