सज्जनगढ़ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में लगी आग पर IAF के हेलिकॉप्टर ने 14 हजार लीटर पानी छिड़ककर पाया काबू
सज्जनगढ़ अभयारण्य क्षेत्र में लगी आग पर वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने 14 हजार लीटर पानी छिड़ककर पाया काबू
उदयपुर, 19 अप्रैल। राजस्थान के उदयपुर जिले में अरावली पहाड़ों के बीच स्थित सज्जनगढ़ अभयारण्य क्षेत्र धधक उठा। अभयारण्य में आग लग गई थी। तीन दिन में 200 हेक्टेयर एरिया जलकर राख हो गया। आग बुझाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉटर की मदद लेनी पड़ी है। मंगलवार सुबह आग पर काबू पा लिया गया। आग में वनस्पती और वन्यजीवों को काफी नुकसान पहुंचा है।
बकेट की क्षमता 4,900 लीटर
मीडिया से बातचीत में उदयपुर डीएफओ डॉ. अजीत ऊंचोई ने बताया कि भारतीय वायुसेना के इस हेलीकॉप्टर में लगाई जाने वाली बकेट की क्षमता 4,900 लीटर होती है, लेकिन इसे 3,500 लीटर के आस-पास भरा जाता है।
14 हजार लीटर पानी का छिड़काव किया
इस हिसाब से हेलीकॉप्टर ने चार बार में लगभग 14 हजार लीटर पानी का छिड़काव किया। जिस एरिया में आग लगी वह सेंचुरी है। यहां पैंथर से लेकर कई वन्यजीव हैं। साथ ही पास में हवाला गांव भी है।
आग पहाड़ के ऊपर तक लगी थी
उल्लेखनीय है कि सज्जनगढ़ अभयारण्य क्षेत्र में आग पहाड़ के ऊपर तक लगी थी, जिससे दमकल वहां तक नहीं पहुंच पा रही थी। इस पर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने एयरफोर्स के अधिकारियों से बात की। फिर फलौदी से एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर को सज्जनगढ़ बुलाया गया।
हेलीकॉप्टर में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा भी मौजूद रहे
एयरफोर्स के हेलीकॉटर ने सोमवार और मंगलवार सुबह 4 राउंड लगाए। हेलीकॉप्टर ने बड़ी झील से पानी भरकर दो बार आग पर पानी का छिड़काव किया। इस हेलीकॉप्टर में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा और डीएफओ डॉ. अजीत ऊंचोई भी मौजूद रहे।
Rajasthan | IAF chopper deployed to douse wildfire in Sajjangarh Wildlife Sanctuary in Udaipur
It broke out in nearby hills last evening & was controlled by forest dept but spread rapidly in morning due to winds. Fire services called to control fire manually:Tara Chand Meena,DC pic.twitter.com/WT72coMZ5z
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 19, 2022
फतहसागर झील से पानी भरा
उन्होंने क्षेत्र में लगी आग के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई। मंगलवार सुबह दो चक्कर हेलीकॉप्टर ने फतहसागर झील से पानी भरा और छिड़काव किया तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका।