ATM को गैस कटर से काटकर ले भागे साढ़े 14 लाख, डॉग स्क्वॉड और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट खाली हाथ
सूरत। गुजरात में सूरत के इच्छापोर थाना क्षेत्र में रात को कुछ बदमाशों ने एटीएम लूट लिया। उन्होंने बंद एटीएम का शटर तोड़ दिया और फिर गैस कटर की मदद से एटीएम का सेफ काट डाला। उसके बाद रील उठाकर 14.51 लाख रुपए निकाल लिए। रुपयों को लेकर वह चले गए। सुबह जब लोग पैसे निकालने पहुंचे तो देखकर भौंचक्के रह गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी। मगर, डॉग स्क्वॉड समेत फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की मदद से भी बदमाशों का पता नहीं लग पाया।
देर एटीएम सेंटर का शटर टूटा था
संवाददाता के मुताबिक, शहर के इच्छापोर बस स्टैण्ड के निकट स्थित कॉरपोरेशन बैंक के एटीएम को अनजान चोरों ने निशाना बनाया था। देर एटीएम सेंटर का शटर तोड़ कर उन्होंने अंदर प्रवेश किया। बाद में शटर अंदर से बंद कर गैस कटर की मदद से मशीन के सेफ वाल्ट को काटा और रील से रखे नोट लेकर फरार हो गए। घटना के बारे में पता चलने पर कॉरपोरेशन बैंक के शाखा प्रबंधक ने इच्छापोर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने प्रबंधक की प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीसीटीवी कैमरे से छेड़छाड़ भी की थी
पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह ने पहले भी एटीएम सेंटर रेकी की होगी। जिसके चलते आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस की मदद से पुलिस उनका सुराग ढूंढने के प्रयास में जुटी हैं। मामले की जांच कर रहे इच्छापोर थाना प्रभारी एम.आई. पठान का कहना है कि, रात को चोरी से पहले दिन में कुछ संदिग्ध एटीएम सेंटर आए थे और उन्होंने सीसीटीवी कैमरे से छेड़छाड़ भी की थी। फ़िलहाल दो जनों की पहचान करने के प्रयास जारी है।
जिस एटीएम सेंटर में चोरी हुई, वहां कोई सुरक्षाकर्मी नहीं
सिपाहियों ने कहा कि मशीन का सेफ काटना आसान नहीं होता, उसमें काफी समय लगता है। कई बार अंदर रखे नोट जलने का खतरा रहता है। हालांकि, इस घटना में जिस तरह मशीन काट कर रुपए चुराए गए हैं, उससे इसमें किसी जानकार का हाथ होने की आशंका है। कॉरपोरेशन बैंक के जिस एटीएम सेंटर में चोरी हुई, वहां कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है, इसलिए रात को एटीएम सेंटर का शटर डाउन कर ताला लगाया गया था। शायद चोरों को पता था कि रात को यह एटीएम सेंटर बंद रहने के कारण वहां कोई रुपए निकालने नहीं आएगा।
पढ़ें: अहमदाबाद में सोने के बिस्कुट खरीदने आया राजस्थानी व्यापारी, 54 लाख ले भागे फेसबुक फ्रेंड्स