Fifa World Cup 2022 : बाअदब ! बामुलाहिजा होशियार ! शहंशाहे फुटबॉल ‘मेसी’ जाग चुके हैं
लियोन मेसी ने राउंड ऑफ 16 मैच में जिस तरह से अर्जेंटीना को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जिताया उसने
अर्जेंटीना ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हरा कर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। अर्जेंटीना की तरफ से लियोनेल मेसी ने अभी तक 3 गोल किये हैं और वे गोल्डेन बूट की होड़ में शामिल हैं। उनके अलावा फ्रांस के किलियन एमबाप्पे, इंग्लैंड के मार्कस रैशफोर्ड, नीदरलैंड के कोडी गैकपो, स्पेन के अल्वारो मोराटा ने भी 3 गोल किये हैं। अभी तो प्री क्वार्टर फाइनल के मैच चल रहे हैं। सफर लंबा है। इसलिए सर्वाधिक गोल करने की सूची अभी बदलती रहेगी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लियोनेल मेसी ने जो झलक दिखायी वह पुराने मेसी के लौटने का संकेत है। इस प्रतियोगिता के शुरू में मेसी दबे-दबे से खेल रहे थे। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने अपनी पुरानी जादूगरी का नमूना पेश किया। 2014 के विश्वकप में मेसी ने 4 गोल किये थे और अर्जेंटीना फाइनल तक पहुंचा था। 2022 में मेसी के फॉर्म में लौटने के बाद अर्जेंटीना की उम्मीदें बढ़ गयी हैं।
मेसी के खेल पर माराडोना ने उठाया था सवाल
लियोनेल मेसी को दुनिया के सर्वकालीन महान खिलाडियों में एक माना जाता है। उनके नाम पर अनगिनत रिकॉर्ड दर्ज हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन उनके नाम के अनुरूप नहीं था। उनके हमवतन डियेगो माराडोना (अब दिवंगत) भी उनके खल से खफा थे। 2018 में माराडोना ने कहा था, हमें अब मेसी को देवता की तरह नहीं पूजना चाहिए। वे जब अपने क्लब बार्सिलोना के लिए खेलते हैं तो असल मेसी होते हैं और जब अर्जेंटीना के लिए खेलते हैं तो दूसरे मेसी नजर आते हैं। माराडोना के कहने का मतलब ये था कि मेसी अपने स्किल से क्लब को तो जीत दिलाते हैं लेकिन अपने देश को नहीं। मेसी जैसा चमत्कारी स्ट्राइकर होने के बाद अर्जेंटीना विश्वकप नहीं जीत सका। 2014 में मेसी के पास मौका था अपने देश के लिए वर्ल्डकप जीतने का। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 4 गोल किये भी थे। लेकिन वे फाइनल में कमाल नहीं कर सके। फाइनल में अर्जेंटीना जर्मनी के खिलाफ 1-0 से हार गया था।
विशिष्ट खिलाड़ी लेकिन वर्ल्ड कप नहीं जीते
2022 की विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता मेसी के लिए अंतिम है। उन्होंने खुद इस बात की घोषणा की है। उनके जैसे धाकड़ खिलाड़ी के खाते में अभी तक विश्वकप जीतने की उपलब्धि दर्ज नहीं है। उनकी उम्र 35 साल हो चुकी है। अगले विश्वकप तक वे 39 साल के जाएंगे। इसलिए वे 2022 में ही अपनी मंजिल पाने के लिए पूरा जोर लगेंगे। अपने सारे अनुभव और क्षमता को झोंक देंगे। उनकी टीम अंतिम 8 में पहुंच चुकी है। अब जरा ऑस्टेलिया के खिलाफ उनके प्रदर्शन पर गौर करें।
गोल की पृष्ठभूमि
अर्जेंटीना-ऑस्ट्रेलिया मैच। ये मेसी का मैजिक था। खेल का 35 वां मिनट। मेसी ने ऑस्ट्रेलिया के पेनल्टी बॉक्स के बाहर बायीं तरफ से एक किक लिया और तेजी से दौड़ते हुए बॉक्स में आये। तब ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर ने गेंद क्लियर कर दी। गेंद ज्यादा दूर गयी नहीं और बॉक्स के बाहर अर्जेंटीना के खिलाड़ी को मिल गयी। उसने फिर अपने साथी खिलाड़ी गोमेज को पास बढ़ा दी। गोमेज ने ड्रिबल कर के दो आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को छकाया। फिर उसने हमवतन निकोलस ओटामेंडी को पास दे दी। निकोलस से गेंद मेसी को मिली। इस समय मेसी ऑस्ट्रेलियाई रक्षकों से घिरे हुए थे।
मेसी का जादू
उन्होंने चार-पांच खिलाड़ियों के बीच भी गेंद पर कंट्रोल बनाये रखा। ऑस्ट्रेलिया के सबसे लंबे खिलाड़ी (6 फीट 6 ईंच) और सेंटर बैक हैरी सौत्तार ने मेसी को टेकल करने के लिए अपने पैर खोले। तभी मेसी ने बेहद फूर्ति से एक तेज शॉट लगाया। गेंद हैरी के दोनों पैरों के बीच से गुजरती हुई गोल में समा गयी। साथी खिलाड़ियों का मेसी पर कितना भरोसा है यह इस गोल से साबित हो गया। जब निकोलस के टच से गेंद निकली तो वहां मेसी के अलावा अर्जेंटीना के एक और फॉरवर्ड खड़े थे। वे चाहते तो गेंद खुद अपने पाले में ले सकते थे क्यों कि मेसी उनके पीछे खड़े थे। लेकिन वे थम गये और मेसी को आगे बढ़ कर गेंद पर कंट्रोल करने दिया। फिर तो कमाल हो गया। ऑस्ट्रेलियाई डिफेंडर के पैरों के बीच से गेंद को गोल में मारना, मेसी के लिए ही संभव था। इस मैच में उन्होंने बॉल कंट्रोल और ड्रिब्लिंग का शानदार नमूना पेश किया। मेसी ने बिल्कुल सही समय पर फॉर्म में वापसी की है।
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