U 19 World Cup 2023: गोंगाडी त्रिशा के लिए पिता ने बेचा था जिम-जमीन, भावुक कर देगी क्रिकेटर की स्टोरी
गोंगाडी त्रिशा को सफल क्रिकेटर बनाने के लिए उनके पिता जी.वी. राम रेड्डी ने अपना जिम और जमीन दोनों बेच दी थी, उन्हें पूरा भरोसा था कि उनकी बेटी एक दिन जरूर कमाल करेगी।
U-19 World Cup star Gongadi Trisha Story: भारत की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर सफलता का नया इतिहास लिखा है। देश की बेटियों ने अपने खेल के दम पर एक बार फिर से जता दिया कि वो हर क्षेत्र में कमाल कर सकती हैं। कल तक जिस टीम के खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा लोगों को पता नहीं था वो ही प्लेयर्स आज लोगों के लिए आदर्श बन गए हैं। आपको बता दें कि 29 जनवरी रविवार को हुए अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप मुकाबले में इंग्लैंड को 7 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा किया है।
आलराउंडर गोंगाडी त्रिशा रेड्डी ने किया कमाल
वैसे तो इस विश्वकप को जीतने में पूरी महिला टीम का योगदान है लेकिन इस जीत में अहम भूमिका निभाई है आलराउंडर गोंगाडी त्रिशा रेड्डी ने, दाएं हाथ की सलामी बल्लेबाज और लेगब्रेक बॉलर ने पूरी सीरीज में जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
मिताली राज हैं गोंगाडी की फैन
मूल रूप से तेलंगाना के भद्राचलम की रहने वाली गोंगाडी त्रिशा मात्र आठ साल की उम्र में ही अंडर 16 टीम के लिए चुन ली गई थीं, उन्होंने 12 साल की उम्र में हैदराबाद की अंडर 19 टीम में जगह बना ली थी। इनके गेम की कायल तो खुद भारत की महान क्रिकेटरों में एक मिताली राज भी हैं।
जिम और जमीन दोनों बेच दी
लेकिन विलक्षण प्रतिभा की धनी गोंगाडी के लिए यहां तक का सफर आसान नहीं था। उनके यहां तक के सफर में जितना उन्होंने संघर्ष किया है उससे कहीं ज्यादा उनके पापा ने मेहनत की है। अपनी बेटी को सफल क्रिकेटर बनाने के लिए उनके पिता जी.वी. राम रेड्डी ने अपना जिम और जमीन दोनों बेच दी थी।
लाडो के लिए पापा ने छोड़ दी नौकरी
इनके पापा खुद बहुत अच्छे हॉकी खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन उनकी जीविका का साधन 'जिम' था और साथ ही वो एक होटल में फिटनेस ट्रेनर की नौकरी भी करते थे। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक उन्हें एहसास हो गया था कि उनकी बेटी में अभूतपूर्व प्रतिभा है, जिसे निखारने का फैसला उन्होंने किया। अपनी बेटी को क्रिकेट की कोचिंग दिलाने के लिए उन्हें भद्राचलम से सिकंदराबाद शिफ्ट होना पड़ा, जिसके चलते उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी।
जिम और 4 एकड़ जमीन बेच दी
लेकिन अपनी लाडो के भविष्य के लिए उन्होंने खुशी-खुशी ये कदम उठा लिया। कोचिंग के दौरान बेटी को कोई आर्थिक कष्ट ना हो इसलिए जी.वी. राम रेड्डी ने अपना जिम और 4 एकड़ जमीन बेच दी थी।
हर भारतीय को नाज
उन्हें अपनी बेटी गोंगाडी पर पूरा भरोसा था कि ये एक दिन देश का और उनका नाम रौशन करेगी और उनका भरोसा पूरी तरह से सही साबित हुआ और आज उनकी बेटी का जिक्र हर भारतीय कर रहा है वो भी पूरे प्राउड के साथ।
गोंगाडी त्रिशा ने 7 मैचों में 116 रन बनाए
आपको बता दें कि कल के फाइनल में गोंगाडी ने शानदार 24 रन बनाएं। गोंगाडी त्रिशा ने पूरे टूर्नामेंट के 7 मैचों में 116 रन बनाए हैं, जिसमें उनका हाईएस्ट स्कोर 57 रन रहा , वो इंडिया की ओर से इस विश्नकप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली तीसरी क्रिकेटर हैं।
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