'यह अंपायर की ड्यूटी थी कि शनाका को आउट करार दिया जाता', रोहित के फैसले पर अश्विन ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
भारत और श्रीलंका के बीच दूसरे वनडे मैच के दौरान शमी ने दासुन शनाका को मांकडिंग रन आउट किया था और रोहित शर्मा ने उस अपील को वापस ले लिया था। अश्विन ने रोहित के फैसले को गलत बताया है।
जब भी क्रिकेट में मांकडिंग नियम की बात होती है तो टीम इंडिया के स्पिनर आर अश्विन का नाम जरूर याद आता है, क्योंकि पिछले कुछ समय में अश्विन ने ही आईपीएल के एक मैच में जोस बटलर को इस तरीके से आउट किया था। उसके बाद से कई मैचों में इस तरह का रन आउट देखा जा चुका है। भारत और श्रीलंका के बीच दूसरे वनडे के दौरान भी एक ऐसा रन आउट देखा गया था। दरअसल, भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका को मांकडिंग नियम के तहत आउट कर दिया था, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी अपील को वापस ले लिया था और फिर अंपायर ने शनाका को आउट भी नहीं दिया था। शनाका उस वक्त 98 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
रोहित के फैसले पर अश्विन ने उठाए सवाल
भारत ने यह मैच 67 रन से जीत लिया था, लेकिन पूरे मैच से ज्यादा इस घटना की चर्चा सबसे अधिक हुई। रोहित के फैसले की आलोचना भी हुई तो वहीं खेल भावना के तहत उनके फैसले को काफी सराहा। इस बीच आर अश्विन ने भी रोहित के इस फैसले पर नाराजगी जताई है। अश्विन ने कहा है कि शमी ने जिस तरह से शनाका को आउट किया था वो क्रिकेट में आउट करने का वैध तरीका है, मैं पहले भी इस बारे में बात कर चुका हूं, लेकिन अगर रोहित और शमी ने अपनी अपील वापस ले भी ले थी तो यह अंपायर का कर्तव्य था कि वो शनाका को आउट करार दे।
कोई कप्तान अपने फैसले को वापस नहीं लेता- अश्विन
आर अश्विन ने शमी के द्वारा किए गए इस रनआउट पर विस्तार से बात करते हुए कहा कि कोई कप्तान तब तो अपने फैसले को वापस नहीं लेता जब कोई खिलाड़ी कैच या फिर LBW आउट होता है। अश्विन ने कहा कि भले ही शनाका उस वक्त 98 पर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन शमी का किया रनआउट क्रिकेट में वैध है और अगर आप LBW या कैच की अपील करते तो कोई भी कप्तान से कौन बनेगा करोड़पति में सरथ कुमार या अमिताभ बच्चन की तरह यह नहीं पूछेगा कि क्या वे अपील के साथ आश्वस्त हैं या नहीं?
अपील वापस लेना गेंदबाज का अधिकार था
अश्विन ने आगे कहा कि अगर गेंदबाज अपील करता है और खिलाड़ी आउट है तो यह अंपायर का कर्तव्य है कि वो खिलाड़ी को आउट करार दे। अश्विन ने बल्लेबाज के नजरिए से एक और उदाहरण देते हुए कहा कि बल्लेबाजी करने वाली टीम का कप्तान अपने खिलाड़ी को कभी बल्लेबाजी जारी रखने के लिए नहीं कहता है वो भी तब जब वो आउट हो जाता है। अश्विन ने कहा कि अपील करने का अधिकार गेंदबाज के पास होता है, इसलिए उस अपील को बर्खास्त करने का भी अधिकार गेंदबाज के पास होना चाहिए, कप्तान को इसमें दखल नहीं देना चाहिए था।
क्या हुआ था उस घटना के दौरान?
आपको बता दें कि जिस मांकडिंग नियम को लेकर विवाद है, उसे आईसीसी ने भी मान्यता दी हुई है। आईसीसी ने मांकडिंग रन आउट को मान्यता देने के लिए नियमों में बदलाव किया था। भारत और श्रीलंका के बीच 12 जनवरी को खेले गए दूसरे वनडे में मोहम्मद शमी ने श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका को नॉन स्ट्राइक एंड पर इसी तरह से रन आउट किया था। शनाका गेंद फेंके जाने से पहले ही क्रीज से बाहर निकल गए थे। शमी ने गेंद स्टंप्स पर मार दी थी, लेकिन रोहित ने अपील को वापस ले लिया था। शनाका उस वक्त 98 पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
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