KL Rahul in T20 World Cup: विश्वकप में बुरी तरह से फेल रहे हैं केएल, आखिर क्यों नहीं जागा मैनेजमेंट
KL Rahul flop record in T20 World Cup: इस विश्वकप में जिस तरह से टीम इंडिया की सलामी बल्लेबाजी बुरी तरह से फेल रही, उसको लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इस विश्वकप से बाहर होने की इसे एक बड़ी वजह माना जा रहा है। पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा और केएल राहुल का बल्ला खामोश रहा है। दोनों ही बल्लेबाजों के बल्ले से सिर्फ 1-1 अर्धशतक निकला, लेकिन बड़े और मुकाबलों में दोनों की ही बल्ला खामोश रहा।
टॉप टीमों के खिलाफ बुरी तरह से फेल
यूं तो केएल राहुल का बल्ला आईपीएल में जमकर बोलता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में केएल राहुल के बल्ले से रन निकलना ही भूल गए। ग्रुप स्टेज के पांच मैचों की बात करें तो हर मैच में उनका लगभग यही हाल रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में केएल राहुल से टीम को काफी उम्मीद थीं, लेकिन उन्होंने निराश किया। केएल राहुल के आंकड़ों पर नजर डालें तो आईसीसी की टॉप-8 टीमों की बात करें उसमे से इन टीमों के खिलाफ केएल राहुल 20 रन के आंकड़े को पार नहीं कर पाए हैं। वह हर बड़े मौके पर पीठ दिखाकर पवेलियन में बैठे नजर आए।
बड़ी टीमों के खिलाफ फुस्स
टी-20 विश्वकप में केएल ने कुल 11 मैच खेले, जिसमे उन्होंने 32.20 के औसत से सिर्फ 322 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 5 अर्धशतक लगाए, लेकिन ये सभी अर्धशतक छोटी टीमों के खिलाफ आए। राहुल ने अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड, नामीबिया, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ यह अर्धशतक लगाए। वर्ष 2021 और 2022 के टी-20 विश्वकप में केएल राहुल के बल्ले से बड़ी टीमों के खिलाफ उनका बल्ला खामोश रहा है।
टी-20 विश्वकप में केएल का रिकॉर्ड
पाकिस्तान के खिलाफ 24 अक्टूबर को दुबई में केएल ने 3 रन, न्यूजीलैंड के खिलाफ 21 अक्टूबर 2021 में 18 रन, अफगानिस्तान के खिलाफ 3 नवंबर 2021 में अबु धाबी में 69 रन, स्कॉटलैंड में 5 नवंबर 2021 में दुबई में 50 रन, नामीबिया के खिलाफ 8 नवंबर 2021 में दुबई में 50 रन, पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर 2022 में मेलबर्न में 4 रन, नीदरलैंड के खिलाफ 27 अक्टूबर 2022 को सिडनी में 9 रन, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 30 अक्टूबर 2022 में पर्थ में 9 रन, बांग्लादेश के खिलाफ 2 नवंबर 2022 को एडिलेड में 50 रन, जिम्बाब्वे के खिलाफ 6 नवंबर 2022 को मेलबर्न में 51 रन, इंग्लैंड में 10 नवंबर 2022 में एडिलेड में 5 रन बनाए।
तीन पारियों में फेल होने के बाद सेमीफाइनल में मिली जगह
इस विश्वकप में जिस तरह से केएल राहुल बुरी तरह से विफल रहे हैं उसके बाद टीम मैनेजमेंट पर सवाल खड़े हो रहे हैं। शुरू के तीन मैचों में केएल राहुल ने 4.9,9 रन बनाएं। बावजूद इसके उन्हें टीम से बाहर नहीं किया गया। जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेलकर केएल ने साबित किया कि वह कमजोर टीमों के खिलाफ रन बना सकते हैं। बहरहाल यह स्पष्ट है कि लगातार बड़ी टीमों के खिलाफ विफल होने के बाद भी अगर केएल राहुल को टीम में बने रहने दिया गया तो साफ है कि सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की हार का एक बड़ा कारण टीम मैनेजमेंट और कप्तान निसंदेह हैं।