खराब प्रदर्शन का भुगतेंगे खामियाजा, इन सीनियरों पर सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट में गाज गिरा सकता है BCCI
नई दिल्लीः दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारत के कई खिलाड़ियों ने निराश कर दिया। एक बार फिर साबित हो गया है कि भारतीय टीम में भले ही खिलाड़ियों के नाम कितने भी रुतबेदार हों लेकिन जब भी बात मुश्किल पिचों पर प्रदर्शन की आएगी तो एक भी खिलाड़ी रन बनाने की गारंटी नहीं है। गेंदबाजी अभी तक मदद मिलने वाली पिचों पर विकेट लेने की गारंटी मानी जाती थी लेकिन जिस तरह से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद के दो टेस्ट मुकाबलों में भारतीय गेंदबाजों ने बुरी तरह निराश किया उसके बाद सबकी आंखें खुल जानी चाहिए। भारतीय गेंदबाज चौथी पारी में भी दक्षिण अफ्रीका को तब समेट नहीं पाए जब प्रोटियाज टीम डरी-सहमी होकर हार बचाने को बैटिंग कर रही थी।
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के जरिए झटका मिलेगा-
इसके बावजूद गेंदबाजों का दोष कम है क्योंकि पुजारा और रहाणे के रूप में बड़े 'खलनायक' पहले ही मौजूद हैं। दोनों उम्रदराज हैं और बहुत ही ज्यादा अनुभवी है लेकिन ये खिलाड़ी एक गेंद पर भरोसे के साथ खेलने वाली फॉर्म में नहीं थे। दोनों खिलाड़ी इक्का-दुक्का पारियों के अलावा पूरी सीरीज में फेल रहे जिसका असर भारतीय बैटिंग पर पड़ा क्योंकि रहाणे-पुजारा को कोहली के साथ इंडियन बैटिंग की नींव माना जाता है। इन सब चीजों को ध्यान में रखकर बीसीसीआई इन कथित दिग्गजों के पर कतरने के मूड में है जिसकी शुरुआत सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के जरिए झटका देने से की जा सकती है। ग्रुप में ए में शान से मौज ले रहे पुजारा और रहाणे अब ग्रुप में खिसकाए जा सकते हैं।
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सीनियर खिलाड़ी कॉन्ट्रैक्ट में डिमोट हो सकते हैं-
वैसे भी विराट कोहली ने एक के बाद झटकेदार न्यूज देकर देश के क्रिकेट का मजाक बना दिया है और बीसीसीआई के पास इस समय बड़े बदलाव करने का समय है जिसका असर सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में देखने को मिलेगा। यहां पर आप सीनियरों खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर नीचे ग्रुप में खिसकते हुए और सिराज व अक्षर पटेल जैसे कुछ युवाओं को बेहतर प्रदर्शन के आधार पर ऊपर बढ़ते हुए देख सकते हैं। खासकर सफेद गेंद क्रिकेट में कुछ उत्साहित युवा आए है।
कॉन्ट्रैक्ट में ईशांत शर्मा नीचे और सिराज ऊपर जा सकते हैं-
रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ड्रॉफ्ट तैयार है। BCCI केसेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट को चार श्रेणियों में बांटा गया है: A+, A, B और C जिनकी कीमत क्रमशः 7 करोड़, 5 करोड़, 3 करोड़ और 1 करोड़ है।
पुजारा और रहाणे के अलावा, अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को भी ग्रेड बी मिलने की संभावना है क्योंकि हाल के दिनों में उनके प्रदर्शन में गिरावट आई है। चूंकि सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट पिछले वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर दिए जाते हैं, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को ग्रेड सी से ग्रेड ए या ग्रेड बी श्रेणी में ड्राफ्ट किया जा सकता है।
भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ना है
अक्षर पटेल को भी ग्रेड बी में प्रमोट किए जाने की संभावना है, उमेश यादव ग्रेड सी में गिर सकते हैं। शार्दुल ठाकुर के ग्रेड बी में बने रहने की संभावना है। इस बीच, टॉप-दो श्रेणी में बहुत अधिक बदलाव नहीं होंगे। पूर्व कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को A+ क्रिकेटरों के रूप में बरकरार रखा जाना तय है। वहीं, केएल राहुल, ऋषभ पंत, मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ग्रेड ए में रहेंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक बीसीसीआई के एक सूत्र ने सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर रोशनी डालते हुए कहा था, "मसौदा टी 20 विश्व कप के बाद बनाया गया था। जल्द ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ना है और नए खिलाड़ियों के प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।"