गोपाल कांडा ने मुख्यमंत्री हुड्डा को दिखाया ठेंगा
आज सुबह करीब 11 बजे गोपाल कांडा चंडीगढ़ स्थित हरियाणा राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को पार्टी से समर्थन वापिस लेने संबंधी पत्र सौंपा। इसके बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांडा ने हुड्डा पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने क्षेत्र की जरूरतों को देखते हुए कांग्रेस को समर्थन दिया था। इस दौरान वे अपने वायदों पर खरे उतरे लेकिन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने वायदाखिलाफी की।
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कांडा ने कहा कि हरियाणा सरकार में मंत्री पद केवल नाम के लिए ही मिलता है, सभी मंत्रालयों की कमान स्वयं हुड्डा के हाथों में है। वे लोकहित में कार्य करना चाहते हैं जबकि कांग्रेस में रहते हुए ऐसा संभव नहीं है। इसलिए वे अपनी अलग पार्टी बनाने जा रहे हैं जिसकी नींव आमजन की सेवा भावना पर आधारित होगी। इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस सरकार से समर्थन वापिस लिया।
जब गोपाल कांडा से यह पूछा गया कि उनके साथ कौन-कौन से दिग्गज राजनीतिज्ञ आ रहे हैं तो उन्होंने कहा कि उनके फोन टेप करवाए जा रहे हैं और फोन टेप करवाने वालों से ही पूछ लें, उन्हें सब पता होगा। पत्रकार वार्ता के दौरान गोपाल कांडा ने नई पार्टी की नीतियों के बारे में 2 मई को गुडग़ांव में विस्तार से बताने की बात कही। इस दौरान कांडा ने क्रांतिकारी और लोकहित की सोच रखने वालों से नई पार्टी से जुडऩे की अपील भी की।
हरियाणा में जिस प्रकार की स्थिति बनी हुई थी, उसके अनुसार विधायक गोपाल कांडा के हुड्डा सरकार से समर्थन वापस लेने के कयास लगाए जा रहे थे। लोकसभा चुनावों में भी विधायक गोपाल कांडा तटस्थ बने रहे और उन्होंने कांग्रेस से बराबर दूरी बनाए रखी थी।