चुनाव में हिमाचल कांग्रेस को मिलीं दो बोलेरो व इनोवा गाड़ी लापता, आलाकमान ने वापस मांगी गाड़ियां तो हुआ खुलासा
शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अभी लोकसभा चुनावों में मिली शर्मनाक हार से अभी उभर नहीं पाई थी कि एक ओर विवाद सामने आ गया। नया मामला पार्टी आलाकमान की ओर से दी गई गाड़ियों का है, जिसे दो साल बाद भी लौटाया नहीं गया है। दरअसल, दो साल पहले पार्टी आलाकमान ने विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए हिमाचल कांग्रेस को 10 बोलेरो जीप भेजीं। चुनाव खत्म होने के बाद आठ बोलेरों तो दिल्ली पहुंच गईं, लेकिन दो रास्ते में ही लापता हो गईं। पहले तो इनको लेकर बहाने बनाकर वक्त निकला गया, लेकिन जब कांग्रेस आलाकमान ने आडिट करवाया तो इस गड़बड़झाले का पता चला।
पार्टी आलाकमान सख्त
यही नहीं, तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के नाम से खरीदी गई एक अन्य गाड़ी का भी कोई अता-पता नहीं है। अब पार्टी आलाकमान ने मामले पर सख्ती बरतते हुए दो बोलेरो जीप का पता लगााने को कहा है। वहीं, तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर खरीदी गई 16 लाख रुपए की इनोवा गाड़ी भी सवालों के घेरे में है। इसे कौन चला रहा है, इसके बारे में अभी तक मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष को भी पता नहीं है। कुछ महीने पहले ही सुखविन्दर सिंह सुक्खू को हटाकर कुलदीप राठौर को पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है।
तीनों गाड़ियों का कोई सुराग नहीं
लेकिन इन तीनों गाड़ियों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। दो बोलेरो गाड़ियां आज भी हिमाचल कांग्रेस के नाम पर हैं, लेकिन हिमाचल कांग्रेस कह रही है कि उसके पास यह गाड़ियां नहीं हैं। इसके अलावा तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर खरीदी गई 16 लाख रुपए की इनोवा गाड़ी के बारे में जांच-पड़ताल की गई तो यह बात सामने आई कि गाड़ी खरीदने के लिए प्रदेश कांग्रेस के खाते से धनराशि निकाली गई। इस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर है। इनोवा कैसे और कहां से खरीदी गई, इसके लिए कांग्रेस हाईकमान ने खातों को खंगाला। अब मामला साफ हो गया है कि यह इनोवा प्रदेश कांग्रेस के खाते से खरीदी गई है। बताते हैं कि एआईसीसी महासचिव मोती लाल वोहरा ने इन गाड़ियों का पता लगाने के लिए लिखित आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के ऑडिट के दौरान भी इन तीनों गाड़ियों का पता लगाया जाएगा।