खुद को हिंदू साबित करने सुप्रीम कोर्ट के लिए पैदल चल पड़ा ये शख्स, पीएम मोदी पर लिखी थी किताब
खुद को हिंदू साबित करने सुप्रीम कोर्ट के लिए पैदल चल पड़ा ये शख्स, पीएम मोदी पर लिखी थी किताब
सहारनपुर, 29 जुलाई: अपने अस्तित्व की लड़ाई लडने के लिए सहारनपुर जिले के रहने वाले प्रवीण कुमार 200 किमी पैदल चलकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच रहे हैं। प्रवीण के मजबूत इरादों को ना तेज बारिश, ना धूप और ना ही सुनसान सड़कें रोक पा रही हैं। दरअसल, पीएम मोदी पर किताब लिखने वाले सहारनपुर के प्रवीण कुमार के धर्म न बदलने की बात साबित होने के बाद भी उन्हें गद्दार कहा जा रहा है। सच साबित करने के लिए वह अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच रहे हैं।
खबर के मुताबिक, यह मामला इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) के अध्यक्ष मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की गिरफ्तारी से जुड़ा है। कथित रूप से इस्लाम में परिवर्तित किए गए हजार लोगों की सूची में सहारनपुर के प्रवीण कुमार का नाम गलत तरीके से शामिल होने से उनका जीवन नरक बन गया है। प्रवीण को अपना सम्मान वापस पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करनी है। हालांकि प्रवीण को पिछले महीने ही यूपी एटीएस ने क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन वह अब भी बहुत परेशान है।
दरअसल, प्रवीण के गांव के लोग उसका उत्पीड़न कर रहे हैं और उसके साथ अजीब बर्ताव किया जा रहा है। प्रवीण की मानें तो वह एक हिंदू है। उसने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर किताबें लिखी हैं। हिंदू होने के बावजूद उसका नाम धर्म परिवर्तन वाली लिस्ट में आने के बाद उसका सामाजिक बहिष्कार हो गया है। उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। उसे गद्दार और आतंकी तक कहा जा रहा है। अपने अस्तित्व को बचाने के लिए उसने सहारनपुर से पैदल दिल्ली जाने का फैसला लिया है।
बुधवार शाम तक प्रवीण कुमार सहारनपुर से 32 किमी चलकर मुजफ्फरनगर के रोहाना टोल प्लाजा को पार कर चुके थे। रात को रेलवे स्टेशन पर सोने के बाद सुबह फिर से उन्होंने अपनी यात्रा शुरू कर दी। 11 दिनों में प्रवीण दिल्ली पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट से अपना नाम धर्मांतरण मामले में क्लियर कराना चाहते हैं।