नकली पुलिस को देख असली पुलिस भी दंग, वर्दी सिलवाई और रौब जमाने निकल पड़े
कॉलेज में पढ़ाई के दौरान पुलिस की भर्ती में शामिल हुए, लेकिन फेल हो गए। छतरपुर व टीकमगढ़ के तीन युवक सागर रेलवे स्टेशन पर सब इंस्पेक्टर और आरक्षक बनकर रौब दिखाकर दुकानदारों को धमका रहे थे।
फिल्में देखकर सिंघम स्टाइल में वर्दी पहनकर पुलिस वाला बनने की चाहत में तीन युवाओं ने अपने कॅरियर पर दाग लगा लिया। दरअसल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही छतरपुर व टीकमगढ़ के तीन युवक सागर में पुलिस भर्ती में शामिल हुए थे, लेकिन फेल हो गए। इधर दिलो-दिमाग में वर्दी की चाहत में वे फर्जी तरीका अपना बैठे। मकरोनिया रेलवे स्टेशन के पास नकली सब इंस्पेक्टर व दो आरक्षकों को शक के आधार पर उठाया तो पता चला कि ये तो नकली पुलिसवाले हैं।
मकरोनिया थाना पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि तीन पुलिसकर्मी लोगों पर जबरन रौब झाड़ रहे हैं। पुलिस पहुंची तो तीन नवयुवक जिसमें से एक सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने था तो दो युवक आरक्षकों की वर्दी पहने थे। पुलिस ने जैसे ही इनसे पूछताछ की तो ये सकपका गए। पुलिस इन्हें गाड़ी में बैठाकर थाने ले आई। यहां पूछताछ हुई तो तीनों नकली पुलिसवाले निकले।
अभिनेता आशुतोष राणा को 'रामराज्य' के लिए मिलेगा अखिल भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार
परिजन
को
बताने,
रौब
जमाने
वर्दी
खरीदकर
पहन
ली
थाना
प्रभारी
ने
मीडिया
को
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
अंकित
अहिरवार
सागर
के
दीनदायाल
नगर
में
रहता
है।
वह
सागर
के
एसवीएन
कॉलेज
का
छात्र
है।
वह
पुलिस
की
भर्ती
परीक्षा
में
शामिल
हुआ
था,
लेकिन
चयन
नहीं
हो
सका।
परिजन
को
उसने
यह
बात
नहीं
बताई,
लेकिन
बाजार
से
सब
इंस्पेक्टर
की
वर्दी
सिलवाकर
ले
आया।
उसने
अपने
दो
अन्य
साथियों
जो
छतरपुर
व
टीकमगढ़
जिले
के
ही
रहने
वाले
हैं,
उनको
भी
अपने
साथ
मिलाकर
आरक्षक
की
वर्दी
सिलवा
दी।
तीनों
परिजन
को
बताने
और
लोगों
को
वर्दी
का
रौब
झाड़ने
निकल
पड़े
थे।
तीनों
रेलवे
स्टेशन
के
पास
नकली
पुलिस
बनकर
घूम
रहे
थे।
लोगों
को
जब
इन्होंने
धौंस
दिखाई
तो
कुछ
लोगों
को
इन
पर
शक
हुआ
और
पुलिस
कंट्रोल
रुम
को
सूचना
दे
दी।
फर्जी तरीके से पुलिस बने थे, वसूली की शिकायत नहीं मिली
मकरोनिया थाना प्रभारी एमके जगेत ने मीडिया को बताया कि तीनों युवक नकली पुलिस की वर्दी पहनकर घूम रहे थे। इन्हें थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि इनके खिलाफ एक भी व्यक्ति ने वसूली या अन्य शिकायत नहीं की है। प्राथमिक पूछताछ में अंकित अहिरवार ने बताया कि वह परिजन को यह बताना चाह रहा था कि उसका पुलिस में चयन हो गया है, इसलिए वर्दी सिला ली थी। लोगों पर रौब झाड़ने के चक्कर में ये पकड़ में आ गए हैं।