VIDEO : बेटी के जन्म पर अनूठा जश्न, अस्पताल से लेकर घर तक पूरा मोहल्ला जमकर नाचा, आतिशबाजी भी की
Sagar News, सागर। 21वीं सदी में भी ऐसे परिवारों की कमी नहीं, जो बेटा-बेटी में भेदभाव करते हैं। कन्या भ्रूण हत्या का कदम उठाते हैं और बेटी को अभिशाप मानकर उसके जन्म पर मायूस हो जाते हैं। ऐसे परिवारों को मध्यप्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर के इस परिवार से सीख लेनी चाहिए, जो बेटी के जन्म पर गाजे-बाजे से खुशियां मनाई। जमकर आतिशबाजी और मिठाई बांटकर बिटिया रानी का इस संसार में आगमन पर स्वागत किया।
दरअसल, सागर जिले के जैसीनगर के विकास रैकवार के यहां सोमवार को बेटी का जन्म हुआ था। जच्चा-बच्चा का शुक्रवार को जैसीनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी मिली। बेटी पैदा होने पर अन्य कई परिवारों की तरह रैकवार के परिवार ने मायूस होने की बजाय मिसाल पेश की।
रैकवार परिवार ने प्रसूता व नवजात बेटी को गाजे-बाजे से घर लाने का फैसला किया और अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल से लेकर घर तक गाजे-बाजे से जश्न मनाते हुए जच्चा-बच्चा को घर लाया गया। इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी की और मिठाई भी बांटी गई। रैकवार परिवार की इस खुशी में पूरे मोहल्ले ने शिकरत की। मोहल्ले के लोग भी जमकर नाचे और खुशी मनाई। रैकवार परिवार के इस फैसले ने समाज के लोगों को बेटियों की प्रति जागरूकता का संदेश दिया। फिर घर पहुंचने पर बिटिया व उसकी मां की आरती उतारी गई।
नवजात बेटी के पिता विकास रैकवार का कहना है कि मैंने बेटा-बेटी एक समान है। इसलिए मेरे घर नन्ही परी का आगमन हुआ तो उसका धूमधाम से स्वागत किया गया। पूरे मोहल्ला हमारी खुशी में शामिल हुआ। हम लोग समाज के लोगों को यही संदेश देना चाहते हैं कि आज के समय में लड़के तो मां-बाप के बूढ़े होने पर उन्हें वृद्ध आश्रम में छोड़ आते हैं, लेकिन बेटियां हमेशा मां-बाप का साथ देती हैं। इसलिए बेटा-बेटी में कोई फर्क मत समझो। इन्हें भी बेटों की तरह खूब पढ़ने-लिखने और आगे बढ़ने का अवसर दो।