झारखंड में ब्लैक फंगस के चलते 5 की मौत, अब तक 130 मरीज मिल चुके हैं
रांची। झारखंड में एक तरफ जहां लोगों को कोरोना के प्रकोप से राहत मिली तो वहीं ब्लैक फंगस ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। बीते सोमवार को ब्लैक फंगस यानी म्युकरमाईकोसिस के पांच मरीज की मौत हो गयी। नए संख्या के साथ ही प्रदेश में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या 25 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी के अनुसार ये मौतें रांची, रामगढ़, गढ़वा, गोड्डा व कोडरमा 1-1 में हुई है। वहीं बीते 24 घंटे में ब्लैक फंगस के 4 नए मरीज मिले हैं।
इसके साथ ही राज्य में अब तक 130 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें 79 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 51 संदिग्ध हैं। अब तक 37 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। बता दें कि राज्य के 18 जिलों तक ब्लैक फंगस फैल चुका है। इनमें सात जिले रांची, रामगढ़, पलामू, हजारीबाग, गिरिडीह, गढ़वा और पूर्वी सिंहभूम जहां रेड जोन में आ गए हैं, वहीं पांच जिले बोकारो, चतरा, धनबाद, गोड्डा और कोडरमा येलो जोन में हैं।
दूसरी तरफ छह जिले देवघर दुमका, गुमला, जामतारा, लातेहार व साहेबगंज ग्रीन जोन में हैं। रेड जोन में मरीजों की संख्या 5 से अधिक है, वहीं येलोजोन में 3 से 5, जबकि ग्रीन जोन में 3 से कम मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि चेक लिस्ट में ब्लैक फंगस के लक्षण लगातार बुखार, सिरदर्द, नाक जाम, नाक का बहना, चेहरे में सूजन व दर्द, चेहरे के स्किन का रंग बदलना, दांत में ठीलापन, आंखों में सूजन, लाली, डबल विजन, दर्द, कम दिखना, पलक ज्यादा झपकना आदि बताया गया है।
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अस्पतालों को हिदायत दी गयी है कि वे मरीजों को इसके बारे मे बतायें। इसके बारे में डिस्चार्ज स्लिप पर अंकित करें ताकि ऐसा लक्षण होने पर वे इसकी जानकारी दे सकें। साथ ही मरीजों को सफाई पर ध्यान देने, साफ मास्क का उपयोग करने की हिदायत दी गयी है।