झारखंडः पिछले 24 घंटे में मिले 5541 कोरोना संक्रमित, 124 मरीजों की मौत
रांची। झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर हर रोज भयावह होती जा रही है। प्रतिदिन नए कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 5 हजार से कम नहीं हो रहा है। बीते सोमवार को 5,541 नए कोरोना संक्रमित मिले, जिनमें सबसे अधिक प्रदेश की राजधानी रांची से 1686 कोरोना पॉजिटिव मिले। हालांकि राहत की बात यह है कि बीते सोमवार को 4018 संक्रमित ठीक होकर घर भी लौट गए। वहीं पिछेल 24 घंटे में राज्य भर में 124 लोगों की मौत हो गई। सबसे अधिक 52 नई मौतें रांची में हुईं।
इधर, कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार में कोई कमी न होती देख झारखंड में लॉकडाउन (स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह) की अवधि बढ़ाई जा सकती है। बीते सोमवार को रांची 1686, बोकारो 313, चतरा 52, देवघर 183, धनबाद 88, दुमका 126, पू. सिंहभूम 604, गढ़वा 119, गिरिडीह 229, गोड्डा 111, गुमला 167, हजारीबाग 400, जामताड़ा 54, कोडरमा 266,लातेहार में 137 संक्रमित मिले।
इसके अलावा लोहरदगा 90, पाकुड़ 14, पलामू 315, रामगढ़ 221, साहिबगंज 42, सरायकेला 55, सिमडेगा 112, प. सिंहभूम में 157 संक्रमित मिले। इधर, झारखंड में सत्ता शीर्ष पर बनी सहमति के अनुसार, महामारी के प्रकोप को देखते हुए अभी लॉकडाउन को जारी रखना ही राज्य के लोगों के हित में है।
वहीं, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 29 अप्रैल के बाद राज्य में लॉकडाउन की अवधि 7 से 10 दिन तक बढ़ाई जाएगी। इसकी अधिसूचना 28 अप्रैल तक जारी कर दी जाएगी। बता दें कि 20 अप्रैल को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 22 अप्रैल की सुबह छह बजे से 29 अप्रैल की सुबह छह बजे तक पूरे राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इसे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का नाम दिया गया था।
इसके तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़ सख्ती बरती गई है। राज्य सरकार के इस निर्णय के पीछे उद्देश्य यह था कि राज्य में एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाने से कोरोना की चेन टूटेगी। संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि पर रोक लगाई जा सकेगी। लेकिन संक्रमितों और ठीक होने वालों के आंकड़े मिल रहे हैं, वे चिंता बढ़ाने वाले हैं।
वहीं, रिम्स के मल्टीस्टोरी पार्किंग में एक मई से कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज होगा। यहां 327 बेड में ऑक्सीजन की व्यवस्था रहेगी। काम कर रही एजेंसी ने पिछले एक सप्ताह में 70 फीसदी काम पूरा कर लिया है। करीब 100 बेड तैयार भी हो चुके हैं। ऑक्सीजन पाइपलाइन और बिजली के कुछ काम बाकी हैं। 30 अप्रैल तक एजेंसी ऑक्सीजन सपोर्टेड 327 बेड के साथ कोविड वार्ड को रिम्स को हैंडओवर कर देगी।