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सड़कों पर अब नहीं दिखेंगे 'छकड़ा रिक्शा', 5 दशक पहले खेती वाले पंप से बना, फिल्मों में खूब दौड़ा

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Gujarat News in Hindi, राजकोट। गुजरात में सौराष्ट्र के शहरों में 5 दशकों से दौड़ रहे 'छकड़ा रिक्शा' अब शायद ही नजर आएं। ऐसे रिक्शा बनाने वाली कंपनी 'अतुल ऑटो' ने अब 'छकड़ा रिक्शा' के उत्पादन बंद करने का निर्णय लिया है। अतुल ऑटो कंपनी को देश में रिक्शा बनाने वाली देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी माना जाता है और दक्षिणी गुजरात में इसी के रिक्शा ज्यादा दौड़ते हैं। इन रिक्शों को खेती के पंप से बनाया जाता है।

कंपनी के मालिक ने बताया कि क्यों बंद किया उत्पादन

कंपनी के मालिक ने बताया कि क्यों बंद किया उत्पादन

अतुल ऑटो के चेयरमैन एवं एमडी जयंतीभाई चांद्रा के मुताबिक, हाल ही में भारत सरकार द्वारा प्रदूषण दूर करने के लिए एवं ट्रैफिक व्यवस्था में सुरक्षा कारणों से कुछ नियम बदले हैं। छकड़ा रिक्शा से नए नियमों का पालन कर पाना आसान नहीं है। दूसरी तरफ आधुनिक युग में ट्रांसपोर्टेशन के लिए अन्य बेहतर विकल्प भी उपलब्ध हैं। जिसके चलते कंपनी द्वारा छकड़ा रिक्शा का उत्पादन बंद करने का निर्णय किया गया है। राजकोट की यह कंपनी वर्ष 1970 से ही ऐसे रिक्शों का उत्पादन कर रही थी।'

आज भी गांवों में ऐसे रिक्शे ही परिवहन का श्रेष्ठ माध्यम

आज भी गांवों में ऐसे रिक्शे ही परिवहन का श्रेष्ठ माध्यम

कंपनी ने तो छकड़ा रिक्शा बंद करने का फैसला ​ले लिया है, मगर अभी सचाई यही है कि गुजरात के गांवों की सड़कों पर ऐसे रिक्शे ही परिवहन का श्रेष्ठ माध्यम हैं। बहरहाल, सरकार के नए नियमों के चलते इनके संचालन पर संकट मंडरा गया है। इसी के तहत कंपनी ने स्टेप उठाया है।

खेती के पंप से ऐसे बना पहला छकड़ा रिक्शा

खेती के पंप से ऐसे बना पहला छकड़ा रिक्शा

70 के दशक में सौराष्ट्र के गांवो में सामान को इधर-उधर पहुंचाने के लिए बैलगाड़ी एकमात्र साधन था। उस समय जामनगर के राजवी जाम साहेब ने अतुल ऑटो वाले जयंतीभाई के पिता जगजीवनभाई को अपनी पुरानी गोल्फ कार्ट भेंट की थी। जिसके चलते उन्होंने सामान इधर-उधर ले जाने के लिए एक अलग वाहन बनाने का विचार किया। इस विचार ने कुछ ही समय में छकड़ा रिक्शा नाम के अनूठे वाहन की शुरूआत कराई। हालांकि, जयंतीभाई और जगजीवनभाई द्वारा सबसे पहली चुनौती थी, इस वाहन का इंजन बनाने की। उस वक़्त खास कोई टेक्नोलॉजी उपलब्ध नहीं थी, लेकिन डीजल से चलाए जाने वाले खेती के काम के पंप प्रचलित थे। जिसमें जरूरी बदलाव करने के बाद इस इंजन को लगाया गया। तब तीन पहियों वाला छकड़ा रिक्शा बनकर तैयार हुआ। जिसके उपरांत उनकी कंपनी अतुल ऑटो ने ऐसे रिक्शा मार्केट में प्रस्तुत किए।

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atul auto ltd rajkot ended its production of chakda rickshaw

बॉलीवुड फिल्मों में देखी गई है छकड़ों रिक्शा की शान
सौराष्ट्र के परिवहन में महत्वपूर्ण स्थान हांसिल करने के साथ-साथ कई गुजराती समेत बॉलीवुड फिल्मों में भी छकड़ों रिक्शा की शान देखी जा चुकी है। सलमान खान, ऐश्वर्या राय और अजय देवगन जैसे सुपर स्टार की फ़िल्म हम दिल दे चुके सनम, दीपिका और रणवीरसिंह की रामलीला समेत कई फिल्मों में छकड़ों रिक्शा को खास जगह दी गई थी। साथ ही 'खुश्बू गुजरात की' का एड करने में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन भी छकड़ा रिक्शा चलाते नजर आए थे।

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English summary
atul auto ltd rajkot ended its production of chakda rickshaw
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