Udaipur: कन्हैया लाल का गुनहगार कैसे 'असामाजिक' हो गया ? उसके भाइयों ने ही खोली पोल
भीलवाड़ा, 29 जून: उदयपुर के कन्हैया लाल की हत्या के आरोपी रियाज के भाइयों ने उसे फांसी देने की मांग की है। रियाज अपने भाइयों में सबसे छोटा है और पिछले कुछ वर्षों में वह समाज से कट चुका था। परिवार वालों ने उसकी पूरी पोल-पट्टी खोली है और बताया है कि कैसे उसमें बदलाव आने शुरू हो गए थे। रियाज के परिवार वालों का कहना है कि इस घटना के बाद से वह बहुत ही शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं और उन्हें घर से बाहर निकलने में भी डर लग रहा है। बता दें कि इस जघन्य हत्याकांड के तार पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से जुड़े होने की भी आशंकाएं जताई जा रही हैं।
भाइयों ने ही खोली हत्या के आरोपी रियाज की पोल
उदयपुर में कन्हैया लाल नाम के एक हिंदू दर्जी की खौफनाक हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह घटना जितनी स्तब्ध कर देने वाली है, उससे भी ज्यादा इससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि, कन्हैया लाल के दोनों कातिल रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस जितने बड़े गुनहगार हैं, उनके दिमाग में नफरत का जहर भरने वाले उनसे कम दोषी नहीं हैं। कन्हैया लाल की हत्या के मुख्य आरोपी मोहम्मद रियाज अट्टारी के चार भाइयों से न्यूज18 इंडिया ने जो बात की है, उससे उनकी मानसिकता के बारे में काफी कुछ संकेत मिल रहा है।
3-4 वर्षों में 'असामाजिक 'हो गया था
कन्हैया लाल के गुनहगार रियाज का परिवार राजस्थान के भीलवाड़ा में रहता है। उनके भाइयों ने बताया कि वह कुछ साल पहले ही अपनी बीवी के घर पर रहने के लिए उदयपुर चला गया था। उसके भाइयों का कहना है कि उदयपुर जाने के बाद से वह अपने भाइयों से ज्यादा संपर्क में नहीं था। आरोपी रियाज अपने भाइयों में सबसे छोटा है। उसके भाइयों ने उसके बारे में बड़ा खुलासा ये किया है कि वह पिछले 3-4 वर्षों में 'असामाजिक 'हो गया था।
भाइयों ने की आरोपी भाई को फांसी देने की मांग
उनके मुताबिक जब पिछले महीने आरोपी से बात हुई थी तो वह परेशान लग रहा था। उसने भाइयों को बस स्टैंड पर मिलने के लिए बुलाया, लेकिन भाइयों की उससे मुलाकात नहीं हो पाई। उसके बाद से रियाज के साथ उनका कोई संपर्क नहीं हुआ। भाइयों का कहना है कि वह इस घटना के बाद शर्मिंदा हैं और डर की वजह से घर से निकलना बंद कर दिया है। उसके भाइयों ने कहा है कि कन्हैया लाल की हत्या के लिए उसे फांसी मिलनी चाहिए।
कन्हैया लाल की शिकायत पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
उदयपुर में मंगलवार शाम को टेलर का काम करने वाले कन्हैया लाल की कट्टरपंथी मुस्लिम दरिंदों ने इसलिए बेरहमी से हत्या कर दी थी, क्योंकि उनपर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के मोहम्मद साहब को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के समर्थन में पोस्ट करने का आरोप था। राजस्थान पुलिस ने इस आरोप में उन्हें गिरफ्तार भी किया था और वह जमानत पर छूट कर आए थे। उन्हें धमकियां मिलीं तो पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता भी करवाया। लेकिन, बाद में उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलनी जारी रहीं और उन्होंने पुलिस से इसकी लिखित शिकायत भी की, लेकिन राजस्थान पुलिस ने उनकी गुहारों को अनसुना कर दिया। शायद पुलिस अगर उनकी गिरफ्तारी की तरह उनके त्राहिमाम संदेशों पर गौर करती तो वह जिंदा होते। उन्होंने आतंकियों के डर से एक हफ्ते तक अपनी दुकान भी बंद रखी थी। उन्होंने मंगलवार को दुकान खोली ही थी कि मजहब के नाम पर दरिंदों ने कस्टमर के बहाने आकर उनका धोखे से कत्ल कर दिया।
एनआईए भी करेगी इस हत्याकांड की जांच
शुरुआती जांच में कन्हैया लाल के गुनहगारों के तार पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से जुड़ते दिख रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इस मामले में आगे की जांच के लिए एनआईए को भी लगाया है और आरोपियों पर यूएपीए की तरह सख्त धाराओं का भी इस्तेमाल कर रही है। यह ऐसा मामला है, जिसमें तेजी से सुनवाई पूरी करके गुनहगारों को तत्काल सजा दिए जाने की जरूरत है। क्योंकि, साक्ष्य के नाम पर कातिलों ने अपना वीडियो खुद तैयार किया है।