PM मोदी का राजस्थान दौरा आज, देवनारायण की 1111वीं जयंती में होंगे शामिल, गुर्जर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
राजस्थान में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसे देखते हुए भाजपा अभी से तैयारियों में जुट गई है। इसी क्रम में पीएम मोदी आज देवनारायण की 1111वीं जयंती में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थानीय देवता देवनारायण की 1111 वीं जयंती मनाने के लिए एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शनिवार को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मालासेरी गांव का दौरा करेंगे। देवनारायण देश भर में गुर्जर समुदाय द्वारा पूजनीय हैं। इसका दावा गुर्जर समुदाय की तरफ से भी किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के अलावा राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र को भी इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की तरफ से आयोजित किया जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि मोदी के स्वागत के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। पीएम मोदी यहां आने पर भीलवाड़ा के आसींद उपमंडल के मालासेरी में प्रसिद्ध देवनारायण डूंगरी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और सभा को भी संबोधित करेंगे। सिंह ने कहा, भगवान देवनारायण के 1111वें कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की धार्मिक यात्रा भव्य, दिव्य और ऐतिहासिक होगी।
पिछले चार महीनों में यह प्रधानमंत्री मोदी की राजस्थान की तीसरी यात्रा होगी। इस यात्रा को राज्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि इस वर्ष के अंत में यहां पर विधानसभा चुनाव होने हैं। नवंबर 2022 में आदिवासी नेता गोविंद गुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए मोदी ने बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम का दौरा किया। अक्टूबर में जनसभा के लिए सिरोही जिले का दौरा किया।
देवनारायण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और उनका जन्म 10वीं शताब्दी में मलसेरी में हुआ था। स्थानीय नेताओं ने कहा कि जहां पार्टी ने कहा है कि यह पीएम की 'धार्मिक' यात्रा है, वहीं बीजेपी की निगाह इस कार्यक्रम में मोदी की मौजूदगी से राजनीतिक लाभ लेने पर है। उम्मीद है कि पीएम काशी, अयोध्या और उज्जैन की तर्ज पर आसींद अनुमंडल में देवनारायण कॉरिडोर बनाने की घोषणा कर सकते हैं।
केंद्र से अनुसंधान और सर्वेक्षण दल पहले ही इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं और देवनारायण से जुड़े ऐतिहासिक साक्ष्यों, साहित्य और धार्मिक दस्तावेजों का अध्ययन कर रहे हैं। आपको बता दें कि राजस्थान के अलावा, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर में गुर्जरों की काफी उपस्थिति है।
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