किन्नर नीतू मौसी ने करवाई 10 बेटियों की शादी, एक तरफ 7 फेरों के मंत्र गूंजे तो दूसरी तरफ सुना 'निकाह कुबूल है'
राजस्थान के भरतपुर में किन्नर नीतू मौसी ने करवाई 10 बेटियों की शादी
राजस्थान के भरतपुर में किन्नर समाज ने एक बार फिर दरियादिली दिखाई। दस बेटियों की एक साथ शादी करवाकर अपना वादा निभाया है। किन्नर नीतू मौसी की देखरेख में इन्होंने साबित कर दिखा कि अपने लिए तो हर कोई जीता है। दूसरों के लिए जीने वाले कम ही होते हैं।
खास बात यह है कि इस बार हिंदू मुस्लिम दोनों समुदायों की बेटियों की शादी हुई। भरतपुर के किन्नर समाज की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक तरफ सात फेरों के मंत्र गूंजे तो दूसरी ओर 'निकाह कुबूल है' सुनाई दिया। दुल्हन बनीं दस बेटियों में 9 हिंदू व एक मुस्लिम है।
दरअसल, भरतपुर जिला मुख्यालय पर कुम्हेर गेट के पास नवरंग स्टूडियो की गली में किन्नरों की पुस्तैनी हवेली है। यहां 65 वर्षीय किन्नर नीतू मौसी और उनके चेले रहते हैं। नीतू मौसी को कुदरत ने संतान पैदा करने का सुख नहीं दिया।खुद की कोख से एक भी बेटी नहीं जन्म देने के बावजूद ये सौ से ज्यादा बेयियों की 'मां' हैं। नीतू मौसी पिछले दस साल में सौ बेटियों की शादी अपने खर्च पर करवा चुकी है।
अक्टूबर में वन इंडिया हिंदी से बातचीत में नीतू मौसी ने बताया था कि जिन सौ बेटियों की शादी करवाई वे अब उन्हें नहीं भूली हैं, जब भी अपने मायके आती हैं तो उनके पास भी आकर जाती हैं। नीतू मौसी की देखरेख में अब नवम्बर में दस और बेटियों की शादी धूमधाम से करवाई गई है।
निर्धन परिवारों की इन बेटियों की शादी में किन्नर समाज ने प्रत्येक जोड़े को गृहस्थी का पूरा सामान दिया है, जिसमें फ्रीज, सोने व चांदी का सामान, वर-वधू के लिए कपड़े, बेड, रजाई, गद्दा, तकिया, चादर, अलमारी, 50 बर्तन आदि शामिल हैं।
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