डोबरा महादेव मंदिर राजस्थान : पुजारी की धारदार हथियार से हमला कर हत्या, भगवान चारभुजा की मूर्ति लूटी
बूंदी में तारागढ़ पहाड़ी पर स्थित डोबरा महादेव मंदिर के पुजारी विवेकानंद शर्मा की हत्या
बूंदी, 7 जून। राजस्थान के बूंदी शहर में मंदिर पुजारी की हत्या कर दी गई है। हत्या के आरोपी मंदिर से भगवान चारभुजा की मूर्ति लूट ले गए। वारदात के विरोध में ब्राह्मण समाज ने धरना देकर प्रदर्शन किया है। जानकारी के अनुसार बूंदी शहर की तारागढ़ की पहाड़ी पर डोबरा महादेव का मंदिर का है। सोमवार सुबह जंगल में बकरियां चरा रहे एक व्यक्ति ने मंदिर परिसर में पुजारी विवेकानंद शर्मा (40) का शव पड़ा देख लोगों को जानकारी दी।
शरीर पर आधा दर्जन से अधिक घाव पाए गए
बूंदी पुलिस के अनुसार पुजारी की हत्या की सूचना पाकर बूंदी एसपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य उठाए हैं। डोबरा महादेव पुजारी मंदिर विवेकानंद के शरीर पर आधा दर्जन से अधिक घाव पाए गए हैं। किसी धारदार हथियार से हमला किया गया है। शव को घसीटकर पास ही छतरी के निकट पटका हुआ था। मंदिर परिसर में स्थापित चारभुजा भगवान की मूर्ति गायब थी।
मंदिर की जिम्मेदारी विवेकानंद को सौंप रखी थी
बता दें कि मुख्य पुजारी ओमप्रकाश बृजवासी की तबीयत कुछ साल से खराब रहने के कारण मंदिर की जिम्मेदारी उन्होंने अपने अविवाहित साले विवेकानंद को सौंप रखी थी। विवेकानंद की हत्या के बाद पुजारी के परिवार को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में लेने एवं एक परिजन को नौकरी देने की मांग को लेकर ब्राह्मण समाज के लोगों ने मोर्चरी के बाहर धरना दिया।
धरना देकर जताया विरोध
धरने पर चर्मेश शर्मा, रूपेश शर्मा, राजेन्द्र दीक्षित, कृष्णमुरारी चतुर्वेदी, तुषार पारीक, सर्वदमन शर्मा आदि मौजूद रहे। रात 11 बजे 5 लाख रुपए सरकार और 5 लाख रुपए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से दिलाए जाने का गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महासभा प्रदेश अध्यक्ष विशाल शर्मा ने आश्वासन दिया। तब धरना समाप्त हुआ। सदर थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज, कोतवाल सहदेव मीणा मौजूद रहे।
22 अप्रेल 2017 को नई मूर्ति विराजमान की थी
बता दें कि बूंदी की तारागढ़ पहाड़ी पर स्थित डोबरा महादेव मंदिर से भगवान चारभुजा की मूर्ति को वेदी से उखाड़ा गया है। उखाड़ने के दौरान मूर्ति से पैर अलग हो गए। पुलिस को मंदिर परिसर में ही हथौड़ी और टांकी भी पड़ी मिली। यह पहला मौका नहीं जब इस मंदिर में वारदात हुई हो। मंदिर पुजारी की हत्या से पहले साल 2016 में भी यहां से काले पत्थर की भगवान चारभुजा की मूर्ति चोरी हो गई थी। उसके स्थान पर 22 अप्रेल 2017 को नई मूर्ति विराजमान की थी।
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