दूल्हा-दुल्हन करते रहे हेलीकॉप्टर का इंतजार, एनवक्त पर बिगड़ा मामला तो पहुंचे थाने
झुंझुनूं, 20 मई। राजस्थान के झुंझुनूं जिले में दुल्हन की हेलीकॉप्टर से विदाई के अरमान अधूरे रह गए। लाखों रुपए की देकर बुकिंग करवाने के बावजूद हेलीकॉप्टर की कंपनी एनवक्त पर मुकर गई। इससे दूल्हे के परिवार ने पुलिस थाने में मानहानि का केस किया है।
जानकारी के अनुसार चूरू जिले के सुजानगढ़ में शिक्षण संस्थान चलाने वाले श्योपुरा तन तेतरा निवासी नरेंद्र बराला के बेटे निखिल की शादी सुजानगढ़ निवासी कैलाश महण की बेटी शिखा के साथ 11 मई को तय हुई थी। नरेंद्र और उनके परिवार वाले इस शादी को यादगार बनाना चाहते थे। दूल्हा पक्ष ने बहू की विदाई हैलीकॉप्टर से कराने का फैसला लिया। इसके लिए मेवाड़ हेलीकॉप्टर सर्विसेज उदयपुर कंपनी से संपर्क किया। परिवार ने 4.58 लाख रुपए जमा करवाकर 12 मई की सुबह के लिए हेलीकॉप्टर बुक करवाया।
IAS Tina Dabi व प्रदीप गवांडे के होने वाले बच्चों के भविष्य पर महिला नेता ने उठाया ये बड़ा सवाल
बराला परिवार ने अपने गांव श्योपुरा में और दुल्हन के गांव सुजानगढ़ में भी हेलीपेड बनवाया। इसमें करीब 3 लाख रुपए का खर्चा किया। इसके साथ दोनों जिलों के कलेक्टर से इसकी परमीशन भी लेनी पड़ी। बराला परिवार की बारात अपने गांव श्योपुरा से निकलने लगी तो शाम को कंपनी का फोन आया कि तकनीकि खराबी के कारण हेलीकॉप्टर नहीं आएगा। बाद में दुल्हन की विदाई के लिए 60 हजार रुपये खर्च कर एक बीएमडब्ल्यू कार मंगवाई गई।
थानाधिकारी महावीर सिंह ने बताया कि नरेंद्र सिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रबंध निदेशक मेवाड़ हेलीकॉप्टर सर्विसेज उदयपुर व प्रतिनिधि मनीष कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोनों परिवारों ने सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने और 11.50 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला हेलिकॉप्टर प्रोवाइड कराने वाली कंपनी व उसके प्रतिनिधि के खिलाफ दर्ज कराया गया है।