'सिद्धू को भी पंजाब में अहम भूमिका में रखना जरूरी', कांग्रेस के पैनल ने सोनिया गांधी को दिया सुझाव
चंडीगढ़, जून 11। इन दिनों देश के कई राज्यों में सियासी घमासान देखने को मिल रहा है, उत्तरप्रदेश, राजस्थान के साथ-साथ पंजाब कांग्रेस के अंदर भी खींचतान चल रही है। नवजोत सिंह सिद्धू की कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रति नाराजगी किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में इस अंदरूनी कलह को दूर करने के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंपी है। NDTV की खबर के मुताबिक, इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को ही पंजाब का 'कैप्टन' रखा जाए। वहीं सिद्धू के लिए भी अहम भूमिक निभाने का सुझाव दिया गया है।
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रिपोर्ट में बगावत जैसी बातों को किया खारिज
चार पन्नों की इस रिपोर्ट में पंजाब प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की सिफारिश की गई है। इसके अलावा कैप्टन अमरिन्दर सिंह की कार्यशैली को लेकर विधायकों की नाराजगी का भी जिक्र इस रिपोर्ट में कहा गया है। इस रिपोर्ट में बगावत जैसी बातों को खारिज कर दिया गया है। रिपोर्ट में पार्टी के लिए नवजोत सिंह सिद्धू की अहमियत को बताया गया है, लेकिन सीएम या प्रदेश अध्यक्ष जैसा सबसे बड़ा पद नहीं दिया जा सकता। इसके अलावा रिपोर्ट में पंजाब के अंदर नौकरशाही पर फैसले छोड़ने की बजाए उस पर लगाम लगाने की सिफारिश की गई है।
पैनल के नेताओं ने 100 से अधिक नेताओं के साथ की मीटिंग
आपको बता दें कि पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में उठी अंदरूनी कलह ने हाईकमान की चिंताए बढ़ा दी थी। नवजोत सिंह सिद्धू और अमरिंदर सिंह के झगड़े को सुलझाने के लिए एक तीन सदस्यीय पैनल बनाया गया, जिसने तमाम मीटिंगों के बाद अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंपी है। आपको बता दें कि इस पैनल में राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत और पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल शामिल थे। गुरुवार को इन तीनों नेताओं ने पंजाब कांग्रेस के 100 से अधिक नेताओं के साथ मीटिंग की थी, जिसके बाद रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंपी गई। इस रिपोर्ट में सिद्धू को अहम भूमिका में रखने का सुझाव दिया गया है।
सिद्धू को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने के खिलाफ हैं कैप्टन ?
रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने प्रतिद्वंदी सिद्धू के लिए कैबिनेट पद या फिर पार्टी संगठन में किसी बड़ी भूमिका दिए जाने के खिलाफ हैं। सिद्धू और कैप्टन के बीच पोस्टर वॉर तक देखने को मिला है। सबसे पहले मुख्यमंत्री के पोस्टर सिद्धू के अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के कुछ हिस्सों में दिखे। उसके बाद सिद्धू का पोस्टर "कप्तान" के घरेलू मैदान पटियाला में देखने को मिला था।