पंजाब में विद्युत संकट: 13 जिलों से बिजली कटौती की 73 हजार शिकायतें आईं, इतनी ज्यादा बढ़ी मांग
पटियाला। गर्मी के प्रकोप के बीच पंजाब में बिजली की मांग बढ़ते जा रही है। एक ओर किसानों की फसल बुवाई-रोपाई का समय आ गया है, वहीं सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में भी बिजली की खपत बढ़ गई है। कल बिजली संकट का आलम यह था कि, 13 जिलों में 7 घंटे तक कट लगे, और 73 हजार शिकायतें आईं। हालांकि, मान सरकार ने कहा है कि, किसानों के लिए पर्याप्त बिजली मुहैया कराई जाएगी।
किसान संगठनों के पदाधिकारी किसानों के लिए बिजली सुचारू ढंग से प्रदान करने के लिए कह रहे हैं। इन दिनों सूबे में धान राेपाई शुरू हाेने के साथ ही जहां बिजली की डिमांड बढ़ी है, वहीं बिजली सप्लाई संबंधी शिकायतें भी बढ़ रही हैं। शिकायतों के समाधान में 2 से 3 दिन लग रहे हैं। रविवार को सरकारी और प्राइवेट संस्थान बंद रहने के बावजूद बिजली की मांग 11 हजार मेगावाट के पार थी, जबकि 10 हजार 621 मेगावाट सप्लाई हुई। बताया जा रहा है कि, कल 65 फीडर से चलने वाले 13 जिलाें के अलग-अगल इलाकाें में 2 से लेकर 7 घंटे तक के बिजली कट लगे। वहीं, तलवंडी साबाे, जीवीके और लहरा माेहब्बत पावर थर्मल प्लांट के 1-1 यूनिट से बिजली उत्पादन न हाेने के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।
नए मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने की तैयारी में जुटे
वहीं, नए मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के वादे को पूरा करने की तैयारी में भी जुटे हैं। आम आदमी पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब में किए गए कुछ प्रमुख वादों में हर घर को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराना, युवा बेरोजगारी पर अंकुश लगाना और प्रत्येक महिला के लिए 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया कराना शामिल हैं।