UP Election Results Kunda 2022: कुंडा सीट पर राजा भैया का फिर चला जादू, जानें कितने वोटों से दर्ज कराई जीत
कुंडा सीट पर राजा भैया का फिर चला जादू, जानें कितने वोटों से दर्ज कराई जीत
कुंडा, 10 मार्च। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले में चुनाव हमेशा से ही चर्चा में रहा है। यहां रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का हमेशा से ही दबदबा रहा है। कुंडा की सीट पर राजा भैया 1993 से लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं। इस बार भी राजा भैया इसी सीट से दावेदार हैं। शुरुआती रुझान की मानें तो राजा भैया आगे चल रहे हैं। वहीं सपा के गुलशन यादव पीछे चल रहे हैं। बाबागंज विधानसभा सीट पर भी राजा भैया की पार्टी के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। राजा भैया ने 1993 में पहली बार कुंडा राजा भैया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी। 20 साल के बाद सपा ने पहली बार यहां से गुलशन यादव को मैदान में उतारा है।
कुंडा सीट पर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का जादू एक बार फिर से चल गया है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी बनाकर मैदान में उतरे राजा भैया ने अपने प्रतिद्वंदी और सपा गठबंधन के प्रत्याशी गुलशन यादव को पराजित किया है। राजा भैया ने सपा के गुलशन यादव को करीब 27 हजार वोटों से हराया है। हालांकि, इस बार उनकी सियासी बादशाहत कम हो गई है, क्योंकि उन्होंने डेढ़ लाख वोटों से जीतने का वादा किया था। राजा भैया कुंडा सीट से करीब एक लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे, मगर इस बार यह अंतर काफी कम रहा।
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को 24वें राउंड में 84,654 वोट मिले। तो वहीं, सपा गठबंधन प्रत्याशी गुलशन यादव को 57,607 वोट मिले। तीसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सिंधुजा मिश्रा सेनानी को 13534 वोट मिली तो चौथे नंबर बीएसपी रही। बीएसपी प्रत्याशी मु० फहीम को 2556 वोट मिली।
कोई आस-पास भी नहीं
3 बजे तक के आंकड़ों की बात करें तो राजा भैया 49530 यानि 51.15 फीसदी वोट हासिल करके सबसे आगे चल रहे हैं। जबकि दूसरे पायदान पर सपा के गुलशन यादव हैं जिन्हें 34266 वोट मिले हैं।
राजा भैया को अभी तक 9817 वोट हासिल हए हैं जबकि दूसरे पायदान पर भाजपा की सिंधुजा मिश्रा हैं जिन्हें 2444 वोट हासिल हुए हैं। अभी तक जिन कुल वोटों की गणना हुई है उसमे से 46.92 फीसदी वोट राजा भैया को हासिल हुए हैं।
राजा भैया की बात करें तो उन्होंने 1997 में पहली बार उत्तर प्रदेश में मंत्री पद पर पहुंचे। जबकि 1999 में वह खेल और युवा कल्याण मंत्री बने। 2004 में वह खाद्य आपूर्ति मंत्री बने जबकि 2012 में सपा सरकार में वह एक बार फिर से खाद्य आपूर्ति मंद्री बनें। अहम बात यह है कि राजा भैया कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।