Amresh Singh : बिहार के किसान का हॉप शूट्स सब्जी उगाने का दावा, जानिए Hop Shoots क्यों बिकती है ₹ 1 लाख KG
औरंगाबाद। बिहार के किसान अमरेश सिंह ने अपने खेत में ऐसी सब्जी उगाने का दावा किया है, जिसकी कीमत सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। सब्जी का नाम है हॉप शूट्स जो शायद आपने पहली बार सुना होगा। इसे देखा तक नहीं होगा, मगर बिहार के किसान अमरेश सिंह की मानें तो वे पांच साल से हॉप शूट्स की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें छप्परफाड़ कमाई हो रही है।
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अमरेश सिंह, किसान, औरंगाबाद, बिहार
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में बिहार के औरंगाबाद जिले के नबीनगर ब्लॉक के गांव करमडीह के किसान अमरेश सिंह ने दावा किया कि वे लीक हटकर खेती कर मिसाल पेश कर रहे हैं। हालांकि ने दैनिक जागरण ने अपनी पड़ताल रिपोर्ट में अमरेश द्वारा हॉप शूट्स की खेती किए जाने के दावे को फर्जी बताया है। वहीं, उद्यान निदेशक जितेंद्र कुमार का कहना है कि अमरेश के दावे की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। अगर फर्जी खेती का मामला निकला तो कार्रवाई भी की जाएगी।
डॉ. राम किशोरी लाल ने दी जानकारी
अमरेश सिंह की मानें तो साल 2015 से पहले तक वे भी अन्य किसानों की तरह सामान्य खेती करते थे, मगर उसमें मुनाफा नहीं होता था। इसलिए सीएसआईआर लखनऊ के वैज्ञानिक डॉ. राम किशोरी लाल से मिला।
2015 में शुरू की हॉप शूट्स की खेती
दावा है कि कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामकिशोरी लाल ने किसान अमरेश सिंह को हॉप शूट्स सब्जी की पैदावार करने की सलाह दी। पहली बार तो अमरेश सिंह भी इस सब्जी का नाम सुनकर चौंक गए, मगर फिर डॉ. लाल ने हिमाचल प्रदेश से इसके पौधे मंगवाकर दिए और हॉप शूट्स की खेती की पूरी जानकारी भी दी।
अमेरिका तक से आने लगी डिमांड
अमरेश का दावा है कि बिहार के गांव करमडीह में साढ़े चार लाख रुपए इनवेस्ट करके अपने पांच कट्ठा खेत में हॉप शूट्स की खेती शुरू की। शुरुआत में तो अमरेश सिंह को यह खेती रास नहीं आई, मगर छह माह बाद पैदावार हुई और अमेरिका तक से डिमांड आने लगी तो अमरेश का उत्साह और मुनाफा कई गुना बढ़ गया।
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बीयर व दवाइयां बनती हैं हॉप शूट्स से
अमरेश सिंह ने बताया कि हॉप शूट्स का इस्तेमाल मुख्यतय बीयर और एंटी बायोटिक दवाइयां बनाने में होता है। फिलहाल सारी पैदावार अमेरिका में बेची जा रही है। एक किलोग्राम हॉप शूट्स की कीमत औसतन 82 हजार से एक लाख रुपए तक पहुंच जाती है।
हर साल 35 से 40 लाख की कमाई
अमरेश सिंह बताते हैं कि हॉप शूट्स के बेहद बारीक फूल लगता है, जिसे हाथों से तोड़कर एकत्रित किया जाता है। इसके फूल को हॉप कोन्स कहते हैं। हॉप कोन्स की प्रति कट्ठा पैदावार सिर्फ आधा किलोग्राम होती है। अमरेश सालभर में हॉप शूट्स से 35 से 40 लाख रुपए कमाते हैं।
हॉप शूट्स खेती का इतिहास
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हॉप शूट्स की खेती सबसे पहले उत्तरी जर्मनी के किसानों ने शुरू की थी। दरअसल, हॉप शूट्स को बीयर में मिलाने पर बीयर का स्वाद लाजवाब होने पर इसमें किसानों की दिलचस्पी बढ़ती गई। यह करीब 800 ईस्वी के आस-पास की बात है। कहते हैं कि 1710 में इंग्लैंड की संसद ने हॉप्स पर टैक्स लगाया और यह भी अनिवार्य किया कि सभी तरह की बीयर बनाने में हॉप का ही इस्तेमाल हो। तब से अब तक बीयर का स्वाद बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
हॉप शूट्स के औषधीय गुण
बता दें कि हॉप का इस्तेमाल बीयर के अलावा जड़ी-बूटी बनाने के तौर पर भी किया जाता है। इसके इस्तेमाल से दांत का दर्द व टीबी तक का इस्तेमाल होता है। क्योंकि ऐंटीबायॉटिक पाई जाती है। इसके अलावा हॉप शूट्स की टहनियों को प्याज की तरह में सलाद के रूप में भी काम लिया जाता है। इसे ग्रिल करके भी खाया जा सकता है। इसका आचार भी लाजवाब होता है।
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