59 साल के मरीज को MRI मशीन में डालकर भूले, दम घुटा तो 35 मिनट बाद बेल्ट तोड़ खुद निकले बाहर
पंचकूला। हरियाणा में पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित जनरल अस्पताल में चल रहे एमआरआई एंड सिटी स्कैन सेंटर में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के टेक्नीशियन एक 59 वर्षीय मरीज एमआरआई मशीन में डालकर भूल गए। करीब 15 मिनट बाद मरीज ने काफी हाथ-पांव मारे, लेकिन बेल्ट बंधी होने के कारण वह मशीन से बाहर नहीं निकल सका। उसका दम घुटने लगा। उसे लगा कि जान जाने वाली है तो आखिरी क्षणों में पूरा जोर लगाया। जिससे मशीन में उस पर बंधी बेल्ट टूट गई और तब जाकर उसकी जान बची। यह घटना राम मेहर नामक बुजुर्ग के साथ घटी।
'किसी ने बाहर नहीं निकाला'
राम मेहर ने बताया कि जब मुझे एमआरआई (MRI) एंड सिटी स्कैन सेंटर की मशीन में जांच के लिए डाला गया तो उसके कुछ देर बाद ही कोई वहां नहीं था। मेरी सांस टूटने लगी। मगर, मैंने हिम्मत नहीं हारी। मशीन से बाहर निकलने के लिए अंतिम क्षणों में मैंने पूरा जोर लगाया। जिससे उसकी बेल्ट टूट गई और मेरी जान बच गई।''
स्वास्थ्य मंत्री से की शिकायत
मुसीबत से छूटने के बाद राम मेहर ने कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही की शिकायत करने का फैसला लिया। उन्होंने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, डीजी हेल्थ डॉ. सूरजभान कंबोज और सेक्टर-5 पुलिस थाने में अपनी शिकायत दी। मेहर ने लिखा कि यदि मैं मशीन से 30 सेकंड और बाहर नहीं आता तो मर ही जाता।
सेंटर इंचार्ज ने दी ये सफाई
मरीज के इतने गंभीर आरोपों को लेकर जब एमआरआई सेंटर के इंचार्ज से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि इसमें टेक्नीशियन की कोई गलती नहीं थी। उक्त मरीज का 20 मिनट का स्कैन था। टेक्नीशियन को उनका आखिरी 3 मिनट का सीक्वेंस लेना था, जब आखिरी 2 मिनट बचे थे तो वह मरीज घबरा गया और हिलने लगा। बाद में टेक्नीशियन ने ही उसे बाहर निकाला।
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