
भारत के खिलाफ पाकिस्तान और चीन मिलकर बनाएंगे फाइटर जेट्स ओर बैलेस्टिक मिसाइल
बीजिंग। पाकिस्तान और चीन की दोस्ती से दुनिया वाकिफ है और अब चीन ने इसी दोस्ती को आड़ में भारत को टेंशन देने का काम कर डाला है। पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा इन दिनों पाकिस्तान के दौरे पर हैं और उनके इस दौरे पर चीन और पाक के बीच एक अहम मिलिट्री डील साइन हुई है। भारत को जवाब देने के लिए चीन ने पाक के साथ मिलाया है और दोनों देश मिलकर टैंक्स, मिसाइल और फाइटर एयरक्राफ्ट बनाने को रेडी हैं।

अग्नि V की लॉन्चिंग से परेशान चीन
पिछले वर्ष जब भारत ने अग्नि V की सफल लॉन्चिंग की थी तो चीन खासा नाराज हुआ था। चीन ने भारत को जवाब देने के मकसद ही पाकिस्तान से हाथ मिलाया है। चीन की मीडिया की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक चीन की योजना अपने पुराने दोस्त पाकिस्तान के साथ मिलकर बैलेस्टिक मिसाइल, क्रूज, एंटी एयरक्राफ्ट और एंटी-शिप मिसाइल बनाने की योजना बना रहा है। दोनों देश साथ में मिलकर हल्के और मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट एफसी-1 जियाओलोन्ग का उत्पादन बड़े पैमाने पर करने की तैयारी कर चुका है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की ओर से दी गई जानकारी पर अगर यकीन करें तो इन दोनों देशों ने इन रक्षा उत्पादों के अलावा आपस में एंटी-टेररिज्म सहयोग बढ़ाने और चीन के पूर्वी तुर्केस्तान इस्लामिक मूवमेंट के खिलाफ कदम उठाने पर भी रजामंदी जाहिर की है। आपको बता दें कि इस समय पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा अपने पहले चीनी दौरे पर हैं। उन्होंने चीन को भरोसा दिलाया है कि पाक, चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) को भी सुरक्षा प्रदान करेगा।
सीपीईसी की सुरक्षा का वादा
जनरल बाजवा ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान और चीन के बीच एक खास दोस्ताना रिश्ता है और दोनों का ही एक समान भविष्य है। बाजवा के इस बयान को चीन के रक्षा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर जगह दी है। पाकिस्तान ने
सीपीईसी की सुरक्षा में 15,000 से ज्यादा ट्रूप्स तैनात किए हैं। चीन में पाक के राजदूत मसूद खालिद ने जानकारी दी है कि पाक नेवी की ओर से ग्वादर पोर्ट की सुरक्षा को भी काफी बढ़ा दिया गया है। ग्वादर पोर्ट, सीपीईसी का एक अहम प्रोजेक्ट है। तालिबान और अल कायदा की ओर से पाकिस्तान पर लगातार आतंकी खतरा बढ़ता जा रहा है। चीनी सेना के साथ काम कर चुके सोन्ग जोहंगपिंग ने कहा है कि आतंकी खतरे के मद्देनजर सीपीईसी के लिए मिलिट्री सिक्योरिटी काफी जरूरी है। बाजवा ने चीन से कहा है कि पाक सेना, चीनी सेना के साथ आपसी तालमेल बढ़ाना चाहती है और साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करना चाहती है।