पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने आईएसआई पर लगाया चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई पर आरोप लगाया है कि वह देश के संसदीय चुनावों को प्रभावित कर रही है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई पर आरोप लगाया है कि वह देश के संसदीय चुनावों को प्रभावित कर रही है। नवाज शरीफ जिन्हें हाल ही में पाकिस्तान कोर्ट की ओर से भ्रष्टाचार में 10 वर्ष की कैद सुनाई गई है, उन्होंने पहली बार एक सीनियर आईएसआई ऑफिसर का नाम भी आरोप के साथ लिया है। पाकिस्तान में 25 जुलाई को चुनाव होने हैं और नवाज को चुनाव लड़ने से बैन कर दिया गया है। नवाज ने आईएसआई के सीनियर ऑफिसर जनरल फैज हामिद का नाम लिया है। नवाज का कहना है कि जनरल हामिद साल चुनावों से पहले ही इसमें शामिल रहे हैं।
सेना डाल रही उम्मीदवारों पर दबाव
जनरल हामिद आईएसआई में काउंटर इंटेलीजेंस विंग के मुखिया हैं। नवाज ने यह भी कहा है कि आईएसआई उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उम्मीदवारों को डरा रही है या फिर उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ने के लिए दबाव डाल रही है। नवाज ने कहा, 'फैज हामिद की टीम भी हमारे उम्मीदवारों पर जीप का चुनाव चिह्न चुनने के लिए दबाव डाल रही है ताकि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ें।' उन्होंने यह भी कहा कि हामिद की टीम उम्मीदवारों को पार्टी छोड़ने के लिए भी मजबूर कर रही है। शरीफ के मुताबिक सेना के कुछ तत्व उनकी पार्टी पीएमएल-एन को दोबारा सरकार में नहीं आने देना चाहते हैं।
सेना ने दी सफाई
शरीफ के आरोपों पर सेना के प्रवक्ता जनरल आसिफ गफूर का कहना है कि हम कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है और उनकी कोई वफादारी नहीं है। नवाज शरीफ ने चुनाव आयोग के पोलिंग स्टेशन पर सैनिकों को तैनात करने वाले आदेश की भी निंदा की है। उनका कहना है कि उनकी पार्टी इस फैसले का विरोध करेगी। उनका कहना है कि उनकी पार्टी इस फैसले का विरोध करेगी। उनकी मानें तो उन्हें पोलिंग बूथ पर सेना भेजने वाले आदेश के पीछे का तर्क समझ ही नहीं आता है। नवाज तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।