#Balakot: 'पाकिस्तान में भारतीय हवाई हमले' की फ़ेक फ़ोटो हुईं वायरल
हवाई हमले की एक और तस्वीर बड़े पैमाने पर शेयर की जा रही है. ये तस्वीर बीते हफ़्ते भारतीय वायुसेना के पोखरण में हुए अभ्यास के दौरान ली गई थी.
ये अभ्यास 14 फ़रवरी 2019 को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के दो दिन बाद हुआ. ये तस्वीररॉयटर्स के अमित दवे ने ली है.
सोशल मीडिया में बड़े पैमाने पर ऐसी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं जिनमें कथित तौर पर पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए भारत की ओर से पाकिस्तान में किए गए हवाई हमले को दिखाया गया है.
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने पुष्टि की है कि मंगलवार तड़के भारत ने एक अभियान चलाकर चरमपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान में बालाकोट स्थित सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाया.
राहुल गांधी, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने हवाई हमले के लिए भारतीय वायुसेना को बधाई दी है.
https://twitter.com/ANI/status/1100274338052227074
विजय गोखले ने हमले से संबंधित कोई तस्वीर जारी नहीं की. लेकिन दक्षिणपंथी रुझान वाले कई सोशल मीडिया पन्नों से तस्वीरें जारी करते हुए ये दावा किया गया कि ये तस्वीरें हवाई हमले की तस्वीरें हैं.
फ़ेसबुक ग्रुप और व्हाट्सऐप ग्रुप में ये तस्वीरें हज़ारों दफ़ा शेयर की गई हैं.
हालांकि, साझा की जा रहीं तस्वीरों का हवाई हमले से कोई संबंध नहीं है.
तस्वीर 1
एक तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि ये जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अज़हर का कंट्रोल रूम और तीन ट्रेनिंग कैंप हैं. इसी महीने पुलवामा में सीआरपीएफ़ के क़ाफ़िले पर हमले की ज़िम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
इस तस्वीर के कैप्शन में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारतीय वायु सेना का पहली बार इस्तेमाल किया गया है. लेकिन साल 1971 के भारत-पाक युद्ध में भी भारतीय वायु सेना का इस्तेमाल किया गया था.
वायरल हुई ये तस्वीर फ़रवरी में राजस्थान के पोखरण में हुए भारतीय वायु सेना के बड़े अभ्यास "वायु शक्ति-2019" या एयर पॉवर के दौरान ली गई थी. ये तस्वीर एसोसिएट प्रेस (एपी) के अजित सोलंकी ने ली थी.
तस्वीर 2
एक दूसरी तस्वीर को "पुलवामा के बदले" के सबूत के तौर पर शेयर किया जा रहा है. इसमें एक विमान को बम गिराते दिखाया गया है.
हालांकि, इस तस्वीर का भारत या पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है.
ये तस्वीर साल 2014 में भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है. तब ये दावा किया गया था कि ये तस्वीर ग़ज़ा में इसराइल के हमले 'ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज़' के दौरान ली गई थी.
हालांकि, ये एक काल्पनिक तस्वीर है. इसे रोम के पत्रकार डेविड सेनसिओत्ती के ब्लॉग 'द एविएशनिस्ट' के लिए ख़ास तौर पर बनाया गया था. ये तस्वीर 2012 में तैयार की गई थी. इसमें बताया गया था कि F-15 के ज़रिए तेहरान स्थित एक परमाणु संयंत्र पर हमला किया जाए तो कैसा दृश्य होगा.
तस्वीर 3
तीसरी तस्वीर एक सैटेलाइट इमेज है. इसका कैप्शन है, "नई क़ब्रगाह के लिए पाकिस्तान को बधाई."
शेयर की जा रही ये तस्वीर अप्रैल 2018 की है. ये तस्वीर सीरिया के "हिम शिनशार कैमिकल वेपन्स स्टोरेज साइट" पर अमरीका की अगुवाई वाली गठबंधन सेना के मिसाइल हमले से हुए नुक़सान के शुरुआती आकलन को दिखाती है. इस तस्वीर का श्रेय एसोसिएट प्रेस (एपी) को दिया गया है.
अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस के मुताबिक़ उनकी वायु सेना और नौसेना ने सीरिया की तीन प्रमुख साइटों को निशाना बनाते हुए 105 मिसाइलें दागीं. ये कथित तौर पर सीरिया के "रासायनिक हथियारों के ढांचे" के ख़िलाफ़ कार्रवाई थी.
तस्वीर 4
हवाई हमले की एक और तस्वीर बड़े पैमाने पर शेयर की जा रही है. ये तस्वीर बीते हफ़्ते भारतीय वायुसेना के पोखरण में हुए अभ्यास के दौरान ली गई थी.
ये अभ्यास 14 फ़रवरी 2019 को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के दो दिन बाद हुआ. ये तस्वीर रॉयटर्स के अमित दवे ने ली है.
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