तालाब के किनारे फैशन डिजाइनर शिप्रा मलिक ने गुजारी थी रात, पैसे थे पर कपड़े नहीं
नोएडा। रहस्मय परिस्थितियों में लापता हुई नोएडा की फैशन डिजाइनर शिप्रा मलिक बीते शुक्रवार को घर तो वापस लौट आई लेकिन अभी भी कई सवाल बाहर ही छूटे हुए हैं। डीआर्इजी मेरठ रेंज लक्ष्मी सिंह ने पूरे मामले को वर्कआउट करते हुए बताया था कि कर्ज, प्रॉपर्टी और पारिवारिक विवाद के चलते शिप्रा अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई थी।
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उन्होंने बताया था कि शिप्रा जयपुर के एक आश्रम में ठहरी थी। अब जब शिप्रा के बयानों को क्रॉस चेक किया जा रहा है तो कई बातें सामने आ रही हैं। पुलिस जब जयपुर के खाटू श्याम आश्रम पहुंची और शिप्रा को फोटो दिखाकर पूछा तो पता चला कि इस नाम की कोई लड़की आश्रम में नहीं रुकी थी।
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छानबीन में सामने आया है कि नोएडा छोड़ते वक्त शिप्रा ने अपना मोबाइल और पर्स नाले में फेंक दिया था। शिप्रा के पर्स में ही उसके आईडी कार्ड्स भी थे। जब वो जयपुर पहुंची तो आईडी ना होने के चलते उसे कहीं कमरा नहीं मिला। उसके बाद वो खाटू श्याम आश्रम पहुंची। बताया जा रहा है कि खाटू श्याम आश्रम में बने तालाब के किनारे शिप्रा ने अपनी पहली रात गुजारी।
शिप्रा के पास पैसे थे पर कपड़े नहीं
शिप्रा को जब गुड़गांव से बरामद किया तो वो उन्हीं कपड़ों में थी जिसमें वो घर छोड़कर गई थी। सूत्रों की मानें तो शिप्रा ने सिर्फ एक या दो दिन के लिए घर छोड़कर जाने का फैसला लिया था। इसके चलते वो कपड़े लेकर नहीं गई थी। जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक शिप्रा अपने साथ 5 हजार रुपये लेकर गई थी। आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि शिप्रा ने घर छोड़ने से पहले अपना लॉकर ऑपरेट किया था लेकिन उसने उसमें से कुछ नहीं निकला बल्कि उसमें कुछ पैसे जमा किए थे।