दिल्ली से जानिए, आखिर क्यों हारी भाजपा?
नयी दिल्ली। दिल्ली चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले है। अब तक जीत का सेहरा बांध रही भारतीय जनता पार्टी की विजय रथ दिल्ली में रुक गया है। भाजपा को राजधानी दिल्ली में करारी हार का सामना करना पड़ा है। वहीं आम आदमी पार्टी ने अद्भुत जीत हासिल की है। आज का दिन दिल्ली के इतिहास में नया अध्याय लिखेगा। चुनावी नतीजों पर दिल्ली की जनता से जब हमने भाजपा की हार को लेकर पूछा तो उनका गुस्सा सामने आ गया। दिल्ली की जनता से बातचीत के दौरान उन 10 वजहों के बारे में बताया जिसकी वजह से दिल्ली में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा है।
विवादिस्पद विज्ञापण
मेट्रो में सफर कर के दौरान लोगों ने बताया कि भाजपा द्वारा दिल्ली चुनाव को लेकर अखबारों में दिए जा रहे विवादिस्पद विज्ञापण उसकी हार का कारण बनी है। आप और केजरीवाल को निशाने बनाने वाले इन विज्ञापणों में लोगों को भाजपा के खिलाफ कर दिया।
किरण ने दिलाई हार
दिल्ली चुनाव में भाजपा की हार की सबसे बड़ी वजह बनीं पार्टी की सीएम पद की दावेदार किरण बेदी। किरण बेदी को सीएम पद का दावेदार बनाए जाने से पार्टी में मतभेद पैदा हो गया। जिसके बाद भाजपा समर्थकों ने चुनाव को गंभीरता से नहीं लिया।
इसलिए हारी भाजपा
भाजपा की हार पर दिल्ली में रह रहे पूर्वाचलियों ने कहा कि भाजपा ने उनके साथ अन्याय किया। उन्होंने उनकी अनदेखी की, इसलिए हमने भाजपा से दूरी बनाई।
हर्षवर्धन को न लाना हार की वजह
भाजपा ने पिछले बार डॉ हर्षव र्धन को सीएम दावेदार बनाया और सबसे बड़ी पार्टी बनीं, लेकिन इस बार उन्होंने हर्षवर्धन की बजाए किरण बेदी को ये जिम्मेदारी दे दी। जबकि दिल्ली की जनता में हर्षवर्धन ज्यादा लोकप्रिय है।
इसलिए हारी भाजपा
भाजपा ने इस बार केजरीवाल को निशाना साधकर अपनी प्रचार किया। जो उनकी हार का कारण बनीं। आलोचनात्क प्रचार की वजह से लोग भाजपा से दूर हुए। लोगों पर भाजपा के इस रवैये को लेकर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
किरण के रवैये से लोग परेशान
किरण ने जब से भाजपा का हाथ थामा वो तब से सख्त रवैये में रहीं। न तो उनका व्यवहार मीडिया को पसंद आया और न दिल्ली की जनता को। पार्टी की भातर भी उनके स्वभाव को लेकर खीज रही।
जीत के घमंड में थी भाजपा
भााजपा की हार की एक वजह उनका घमंड भी है। भाजपा ने उम्मीदवारों के ऐलान में बहुत वक्त लगाया। सभी पार्टियों के उम्मीदवारों के ऐलान के बाद भाजपा ने चुनाव ऐलान से चंद दिनों पहले अपने उम्मीदवार घोषित किए। लोगों का मानना है कि भाजपा आलाकमान अति आत्म विश्वासी हो गया और उसे लगने लगा कि वह कभी भी चुनाव जीत सकते हैं।
इसलिए हारी भाजपा
दिल्ली में एमसीडी के कामकाज से नाराज लोगों ने अपना गुस्सा भाजपा पर उतारा। दिल्ली में गंदगी, भ्रष्टाचार और निकम्मेपन के वजह से लोग एमसीडी से नाराज है। चूंकि एमसीडी में भाजपा है इसलिए लोगों ने चुनाव में भाजपा पर अपना गुस्सा दिखाया।
इसलिए हारी भाजपा
बीजेपी ने भी कांग्रेस की तरह चलते हुए अन्य पार्टियों के कई नेताओं को जगह दी. कुछ को टिकटें भी मिलीं. इससे वर्षों से वहां काम कर रहे स्थानीय नेता भड़क गए और उनमें से कई ने भीतरघात किया.
इसलिए हारी भाजपा
भाजपा ने अंतिम वक्त में अपने विजनम डॉक्युमेंट में बड़ी गलती कर दी। उन्होंने उत्तर-पूर्व के लोगों को प्रवासी कह दिया। हालांकि, पार्टी ने माफी भी मांगी, लेकिन ये बड़ा मुद्दा बन गया। लोगों के बीच संकेत गया कि पार्टी कितनी हताशा में है।