जंतर मंतर पर धरना कर 'आप' के काम का हिसाब देगी भाजपा
उम्मीद की जा रही थी कि लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज भी प्रदर्शन में भाग लेंगी लेकिन संसद में तेलंगाना मुद्दे पर चर्चा में भाग लेन के कारण वह प्रदर्शन में न आ सकी।
यह ध्यान देने योग्य है कि अरविंद केजरीवाल ने पिछले शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होने कांग्रेस और भाजपा पर आपस में मिले होने के आरोप लगाये थे। केजरीवाल ने दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों पर आरोप लगाये थे कि यह पार्टियां कभी नहीं चाहती है कि जन लोकपाल बिल आये। खास बात यह है भाजपा नेताओं ने केजरीवाल को जवाब देने के लिए उन्हीं का रास्ता अख्तियार किया है।
हालांकि केजरीवाल ने दावा किया था कि हमारे कार्यकाल के दौरान दिल्ली में भ्रष्टाचार कम हुआ। जिससे कि उनकी निंदा की जा रही है क्योंकि इसका कोई ठोस प्रमाण 'आप' के पास नहीं है। आप नेता गोपाल राय का कहना है कि हमने कई लोगों से पहले बात की थी, जिस पर लोगों से मिले फीडबैक के आधार पर हमने ये बातें कही। पहले ही चुनाव में लोक लुभावन वादे कर जीत हासिल करने वाली 'आप' की सरकार कांग्रेस के समर्थन से मात्र 49 दिनों तक ही चल सकी।
इस सरकार के कार्यकाल में मुफ्त पानी और आधे दाम पर बिजली देने जैसे वादों पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं।