एयर इंडिया ने शूटर मनु भाकर के 'अपमान' के आरोपों का किया खंडन; कहा- सीसीटीवी में नहीं मिला कोई प्रमाण
नई दिल्ली। विमानन कंपनी एयर इंडिया ने रविवार को भारतीय ओलंपियन और निशानेबाज मनु भाकर के उन आरोपों का खंडन किया हैं जिनमें उन्होंने कहा था कि इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के अधिकारियों द्वारा उनका अपमान किया गया। एयर इंडिया ने निशानेबाज के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनसे केवल वैध दस्तावेजों के लिए कहा गया था।

एयर इंडिया ने आगे कहा कि मनु भाकर द्वारा दिखाए गए दस्तावेजों के सत्यापन के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया कि हथियारों को ले जाने के लिए भुगतान से छूट के लिए आवश्यक दस्तावेज निर्धारित मानदंडों के अनुसार नहीं हैं, इसलिए उन्हें हथियारों को ले जाने के लिए तय किए गए फिक्स चार्ज का भुगतान करना होगा। एयरलाइन ने अपने बयान में यह भी कहा कि भाकर को यह समझाया गया था कि उनके द्वारा दिखाए गए छूट के दस्तावेज वैध क्यों नहीं है।
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वहीं कंपनी ने यह भी कहा कि मनु भाकर ने उनके जिस कर्मचारी मनोज गुप्ता पर जो आरोप लगाया, उन्होंने सीधे तौर पर मनु से संपर्क ही नहीं किया और सीसीटीवी फुटेज ने इस बात को प्रमाणित किया है इसलिए उनके द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने का सवाल ही नहीं बनता। एयर इंडिया ने आगे कहा कि सीसीटीवी फुटेज में मनु भाकर से रिश्वत मांगने और मोबाइल छीनने का भी कोई प्रमाण नहीं मिला है।
क्या था पूरा मामला
दरअसल निशानेबाज मनु भाकर ने ट्वीट कर बताया कि वह 19 फरवरी को ट्रेनिंग के लिए दिल्ली से भोपाल जा रही थीं। जब वह दिल्ली एयरपोर्ट से एयर इंडिया की फ्लाइट में बैठ रही थीं तो उन्हें फ्लाइट के अधिकारियों ने चढ़ने से रोक दिया और उनसे 10 हजार रुपए की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि एयर इंडिया के इंचार्ज मनोज गुप्ता और अन्य कर्मचारियों ने 2 बदूंकें और गोला-बारूद होने के लिए उन्हें अपमानित भी किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि जब उन्होंने इस पूरे मामले की फोटो खींचने की कोशिश की तो एयर इंडिया के कर्मचारियों ने उनसे फोन छीनने की कोशिश की और ऐसा महसूस कराया जैसे वह कोई अपराधी हों।