केजरीवाल ने लूटा लिया दिल्ली का खजाना, अब हो गई कंगाल
नयी दिल्ली। दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी ने सत्ता का त्याग कर लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी है। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को अधर में लटका कर अपनी नैया पार लगाने में जुट गए है, लेकिन आप के इस कदम ने दिल्ली के लिए कई मुसीबत खड़ी कर दी।
केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अब दिल्ली का क्या होगा? अब तक सिर्फ प्रश्न बना हुआ था कि केजरीवाल की योजनाओं और फैसलों का क्या होगा, लेकिन अब इससे भी बड़ी दिक्कत दिल्लीवालों के सामने आ गई है। दिल्ली में वित्तीय संकट का खतरा मंडराने लगा है।
सबसे बड़ा सवाल ये कि 49 दिन तक चली आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली का अंतरिम बजट पारित नहीं करा पाई। ऐसे में दिल्ली के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है कि 1 अप्रैल से दिल्ली का क्या होगा। दरअसल संसद का मौजूदा सत्र खत्म होने जा रहा है, ऐसे में दिल्ली को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली को इस अजीबोगरीब संकट से बचाने के लिए दिन-रात काम चल रहा है, क्योंकि 1 अप्रैल के बाद से शहर के लिए बजटीय प्रावधान का कोई इंतजाम अभी नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा है। ऐसे में दिल्ली के अधिकारियों के पास अंतरिम बजट तैयार करने और उसे संसद के दोनों सत्रों से पारित कराने के लिए बहुत कम वक्त बचा है। ऐसे में अगर केंद्र सरकार शुक्रवार तक इस बजट के लिए संसद से मंजूरी लेने में नाकाम साबित होता है, तो राष्ट्रीय राजधानी के सामने अजीबोगरीब वित्तीय संकट खड़ा हो जाएगा।