Morena news: जल जीवन मिशन योजना हुई फेल, घर से पानी ला रहे स्कूली बच्चे
मुरैना में जल जीवन मिशन योजना हुई फेल, चांचुल गांव के शासकीय स्कूल में नहीं मिल रहा योजना का लाभ, घर से पानी लाते हैं बच्चे, शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं
Morena के चांचुल गांव में जल जीवन मिशन योजना महज 10 मिनट में ही दम तोड़ गई। स्कूल में नल के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाने की योजना का लाभ स्कूली बच्चों और शिक्षकों को सिर्फ 10 मिनट के लिए ही मिल सका। हैंड पंप से पाइप लाइन की सप्लाई स्कूल की छत पर रखी हुईं पानी की टंकी में दी गई और पानी की टंकी से पाइप का कनेक्शन देकर नल की टोटी अभी लगाई है लेकिन टोंटियों से सिर्फ 10 मिनट तक ही पानी नसीब हो सका और इसके बाद टोंटियों से कभी पानी नहीं मिला।
पहाड़गढ़ इलाके के चांचुल गांव के स्कूल में पानी की किल्लत
पहाड़गढ़ इलाके में स्थित चांचुल गांव के शासकीय प्राथमिक स्कूल में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत नल से पानी की सप्लाई देने की व्यवस्था की गई थी लेकिन इस योजना ने महज 10 मिनट में ही दम तोड़ दिया। सिर्फ 10 मिनट ही नल से पानी नसीब हो सका और उसके बाद कभी नलों में पानी ही नहीं आया।
स्कूल की छत पर रखवाई गई थीं पानी की 2 टंकियां
शासकीय प्राथमिक स्कूल की छत पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत पानी की 2 टंकियां रखवाई थीं। इन पानी की टंकियों में स्कूल परिसर में ही स्थित हैंडपंप से पानी सप्लाई के लिए पाइप का कनेक्शन भी दिया गया था और इन्हीं पानी की टंकियों से एक कनेक्शन देकर नलों से पानी देने की योजना तैयार की गई थी लेकिन जैसे ही यह योजना स्कूल में शुरू हुई तो शुरू के 10 मिनट टोंटियों से पानी आया फिर उसके बाद से पानी आना बंद हो गया।
घर से पानी की बोतल लेकर आते हैं बच्चे
जल जीवन मिशन योजना तो फेल हो गई लेकिन प्यास बुझाना तो सबसे ज्यादा जरूरी है। यही वजह है कि स्कूली बच्चों से लेकर स्कूल के शिक्षक अब अपनी पानी की बोतल घर से ही अपने साथ लेकर आते हैं। अगर स्कूल में बोतल का पानी खत्म हो जाए तो फिर से पानी के लिए घर का रुख करना पड़ता है।
मध्यान भोजन के लिए भी लाना पड़ता है गांव से पानी
प्राथमिक स्कूल में मध्यान्ह भोजन भी तैयार किया जाता है। इसके लिए भी पानी की आवश्यकता होती है। स्कूल में पानी नहीं है और जल जीवन मिशन योजना दम तोड़ चुकी है इस वजह से मध्यान भोजन तैयार करने के लिए गांव में जाकर पानी लाना पड़ता है। तब कहीं जाकर मध्यान भोजन पकता है।
शिकायत के बावजूद भी नहीं हुई कार्रवाई
स्कूल के शिक्षक दरबार सिंह ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना का उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है, उन्होंने पानी नहीं मिलने की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से लिखित में भी की लेकिन लंबा समय बीत जाने के बावजूद अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।