पूर्व मंत्री याकूब और बेटे की तलाश में पुलिस ने दी दबिश, करोड़ रुपए की जमीन हड़पने का है आरोप
मेरठ। बसपा के पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान कुरैशी का एक और कारनामा उजागर हुआ है। पीड़ित शख्स ने याकूब और उनके बेटे इमरान पर करोड़ों रुपए की जमीन हड़पने और मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाये थे। जिसके बाद पुलिस ने पूर्व मंत्री व उनके बेटे इमरान कुरैशी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। पुलिस की मानें तो दोनों की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी, लेकिन दोनों हत्थे नहीं चढ़े।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खरखौदा थानाक्षेत्र के हाजीपुर गांव निवासी मुजम्मिल की 1450 मीटर जमीन ढिकौली गांव में थी। आरोप है कि 2002 में उनकी मां की मौत के बाद पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी ने धोखाधड़ी करके इस जमीन का बैनामा अपने और अपने बेटे के नाम करा लिया। इसकी शिकायत मुजम्मिल ने कोर्ट में की और वाद भी दायर किया। जिसमें कोर्ट ने याकूब कुरैशी द्वारा कराए गए बैनामे को फर्जी करार दे दिया और जमीन चारों भाइयों के नाम फिर से दर्ज हो गई है।
पीड़ित का आऱोप है कि 13 सितंबर को अपने दोस्तों के साथ जमीन पर पहुंचा, जहां याकूब कुरैशी व इमरान समेत दर्जनों लोगों ने जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया। मुजम्मिल ने पुलिस अधिकारियों से इसकी शिकायत की। पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल की और फिर मुजम्मिल की शिकायत पर याकूब और इमरान के खिलाफ खरखौदा थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया।
सीओ किठौर आलोक सिंह की मानें तो पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान कुरैशी द्वारा अवैध तरीके से कब्जा की गई जमीन को मुक्त करा दिया गया है। याकूब और उनके बेटे इमरान की तलाश में पुलिस ने दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिले। पुलिस की जांच में भी कब्जा अवैध मिला है।