Meerut: इलाज के अभाव में मेडिकल के बाहर ई-रिक्शा में महिला की टूटी सांसें, दो घंटे तक भटकते रहे भाई-बहन
Meerut, May 13: खबर उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से है, यहां कोरोना संक्रमण के बीच चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। आए दिन इलाज के लिए मरीज भटक रहे हैं, लेकिन कहीं उन्हें इलाज नहीं मिल रहा है। हाल ही में मेरठ मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरस हो रहे वीडियो में एक महिला ने इलाज के अभाव में ई-रिक्शा पर ही दम तोड़ दिया। उसका बेटा और बेटी दो घंटे तक इमरजेंसी में भर्ती कराने के लिए भटकते रहे। लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की।
ये मामला मेरठ मेडिकल कॉलेज का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार (12 मई) को लिसाड़ी गेट के श्यामनगर निवासी हुस्नआरा का ऑक्सीजन स्तर 75 के करीब आ गया था, जिसकी वजह से उसे सांस लेने में तकलीफ थी। हुस्नआरा का बेटा और बेटी उन्हें ई-रिक्शा में बैठाकर मेडिकल पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार की बजाए उन्हें कोरोना जांच कराकर आने को कह दिया गया। सैंपल देने के बाद बेटा व बेटी इमरजेंसी पहुंचे तो वहां समय लग गया। इस बीच ऑक्सीजन के अभाव में हुस्नआरा ने मेडिकल इमरजेंसी के गेट पर दम तोड़ दिया।
मां की मौत के बाद बेटा-बेटी की हालत ऐसी हो गई कि वे कुछ नहीं बोल। बस मां का हाथ पकड़कर रोते रहे। वहीं, अब ई-रिक्शा पर महिला को लेकर भटकते बच्चों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस बीच बुधवार को जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा मेरठ पहुंचे। उन्होंने सर्किट हाउस में जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोरोना नियंत्रण को लेकर बैठक की। बैठक के बाद वो सर्किट हाउस से ही वापस लौट गए।