मथुरा न्यूज़ : कोरोना के डर से किसी ने नहीं की मदद, बेटी की गुहार पर पुलिस ने कराया पिता का अंतिम संस्कार
मथुरा, अप्रैल 27: कोरोना संक्रमण काल में संक्रमित व्यक्ति के पास जाना खुद के लिए खतरा बनने जैसा है। ऐसे में लोग अपने रिश्तेदारों, दोस्तों यहां तक की कोविड से पीड़ित अपने परिवार के सदस्यों से भी बच रहे हैं। इस बीच यूपी के मथुरा में पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की है। दरअसल, गोवर्धन कस्बे के एक मोहल्ले में रहने वाले शख्स की तेज बुखार के बाद मौत हो गई थी। घर में मृतक की बेटी ही मौजूद थी। मौत के बाद पड़ोसी केवल इस डर से अर्थी को कंधा देने नहीं पहुंचे कि कहीं व्यक्ति की मौत कोरोना से न हुई हो। मृतक की बेटी थाने पहुंची और रोते हुए गुहार लगाई। बेटी की गुहार सुनकर पुलिसकर्मी तुरंत उसके घर पहुंचे और अर्थी को श्मशान घाट पहुंचाया। यही नहीं विधि-विधान से शव का अंतिम संस्कार भी करवाया। थाना पुलिस के इस सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी ने भी हौसला अफजाई करते हुए गोवर्धन के प्रभारी निरीक्षक सहित पूरी टीम को प्रशस्ति देकर सम्मानित किया।
कोरोना के डर से किसी ने नहीं की मदद
जानकारी के मुताबिक, गोवर्धन थाना क्षेत्र में रहने वाले व्यापारी शंकर लाल गर्ग की सामान्य बुखार के कारण मृत्यु हो गई थी। उनके परिवार में कोई अन्य पुरुष नहीं था, इसलिए उनकी बेटी ने पिता का अंतिम संस्कार कराने के लिए आस पड़ोस के कई घरों में लोगों से मदद मांगी, लेकिन कोरोना के डर की वजह से किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। परेशान होकर रोती बिलखती बेटी गोवर्धन थाने पहुंची और पुलिस से मदद की गुहार लगाई। उसकी परेशानी जानने के बाद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने अपने साथ आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को लेकर अंतिम संस्कार करवाया।
मथुरा में कोरोना के 450 नए केस, 2 की मौत
बता दें, मथुरा जिले में सोमवार को कोरोना वायरस के 450 नए केस मिले, जबकि दो मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही जिले में कोरोना से अब तक मरने वालों की संख्या 150 हो गई है। वहीं, जिले में कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 12057 हो गया है, इनमें एक्टिव केस 3110 हैं। डैंपियर नगर निवासी एक वृद्ध की केडी मेडिकल कॉलेज और ग्रामीण महिला की कोविड अस्पताल में मौत हो गई। वहीं सदर बाजार निवासी एक युवक और मथुरा शहर के एक व्यक्ति की मृत्यु का समाचार है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि नहीं की है।