बागी विधायकों के लिए गुवाहाटी में 7 दिन के लिए 70 कमरे बुक, जानिए कितना हो रहा है खर्च
मुंबई, 24 जून। महाराष्ट्र की सियासत में पिछले कुछ दिनों से असम के गुवाहाटी से चर्चा में हैं। जिस तरह से शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी के होटल में डेरा जमाए हुए हैं उसने महाविकास अघाड़ी की सरकार के भविष्य पर तलवार लटका दी है। एकनाथ शिंदे की अगुवाई में 40 से अधिक विधायक गुवाहाटी स्थित रैडिसल ब्लू होटल में ठहरे हुए हैं। यहीं से ये विधायक अपने बयान जारी कर रहे हैं, वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं और एकजुटता का संदेश दे रहे हैं। लेकिन जिस तरह से गुवाहाटी के फाइव स्टार होटल में ये तमाम विधायक ठहरे हैं उसको लेकर एक बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि आखिर इसका खर्च कौन वहन कर रहा है।
56 लाख रुपए के कमरे
एनडीटीवी की खबर की मानें तो बागी विधायकों ने 7 दिन के लिए 70 कमरे बुक किए हैं। गौर करने वाली बात है कि एकनाथ शिंदे की अगुवाई में ये तमाम विधायक पहले गुजरात के सूरत गए, इसके बाद ये लोग गुवाहाटी पहुंच गए। गौर करने वाली बात है कि ये दोनों ही राज्य भाजपा शासित राज्य हैं। अगर गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में 7 दिन के लिए 70 कमरों के किराए की बात करें तो सूत्रों के अनुसार इसका कुल खर्च 56 लाख रुपए है। इसके अलावा प्रतिदिन खाना और अन्य सेवाओं का खर्च 8 लाख रुपए है।
7 दिन के लिए 70 कमरे बुक
रैडिसन ब्लू होटल में कुल 196 कमरे हैं, इसमे से 70 कमरे अकेले बागी विधायकों और उनकी टीम के लिए बुक हैं। मैनेजमेंट अब होटल में नई बुकिंग को स्वीकार नहीं कर रहा है, जिन लोगों ने होटल को कॉर्पोरेट डील के तहत पहले ही बुक किया है उन्हें भी रोका जा रहा है। यही नहीं होटल के बैंक्वेट को भी बंद कर दिया गया है, होटल के भीतर के रेस्टोरेंट को भी बंद कर दिया गया है। यह सिर्फ उन्ही लोगों के लिए खुला है जो यहां पहले से रह रहे हैं।
अन्य खर्च
ऐसे में इस पूरे ऑपरेशन की बात करें तो इसमे होटल के किराए,खाना, अन्य सेवाओं के खर्च के अलावा ट्रांसपोर्ट, चार्टर्ड फ्लाइट का खर्च भी अतिरिक्त है। हालांकि यह खर्च कितना है इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकी है। बता दें कि होटल में एकनाथ शिंदे 40 विधायकों के साथ ठहरे हैं। रिपोर्ट अनुसार यहां शिवसेना और निर्दलीय विधायकों की संख्या 50 के पार पहुंच चुकी है। ये तमाम बागी विधायक मांग कर रहे हैं कि एनसीपी-कांग्रेस के साथ शिवसेना अपना गठबंधन खत्म करे। कुछ विधायक यह मांग भी कर रहे हैं कि भाजपा प्राकृतिक साधी है, लिहाजा उसी के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए। जिस तरह से 7 दिन के लिए कमरों को बुक किया गया है उससे साफ है कि ये विधायक लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं।