एंटीलिया केस में जांच के बीच हटाए गए मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह, जानिए किन विवादों से रहा नाता ?
मुंबई। मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन छड़ मामले की जांच के दौरान एक के बाद एक खुलासों के चलते मुंबई पुलिस की हो रही किरकिरी के बीच महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को हटा दिया है। हेमंत नागराले मुंबई के नए कमिश्नर होंगे। परमबीर सिंह को होमगार्ड विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
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सोमवार से ही बनने लगी थी भूमिका
मुंबई पुलिस कमिश्नर पद से परमबीर सिंह को भले ही आज बुधवार को हटाया गया है लेकिन उन्हें हटाने की आशंका उसी समय जाहिर की जाने लगी थी जब सोमवार को महाराष्ट्र में सरकार की प्रमुख सहयोगी एनसीपी के नेता शरद पवार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद अलग से गृहमंत्री अनिल देशमुख से मिले थे। अनिल देशमुख एनसीपी पार्टी के ही नेता हैं। खास बात है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर को हटाकर उनकी जगह हेमंत नागराले को नया कमिश्नर बनाए जाने की जानकारी भी अनिल देशमुख ने ही ट्वीट कर दी है।
एंटीलिया केस में जांच के दौरान पुलिस अफसर सचिन वाजे का नाम आने के बाद भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला तेज कर दिया था। पहले तो शिवसेना ने सचिन वाजे का बचाव किया यहां तक कि खुद उद्धव ठाकरे भी वाजे के बचाव में आए जिस पर भाजपा नेता और पूर्व महाराष्ट्र सीएम फडणवीस ने महाविकास अघाड़ी सरकार को निशाने पर ले लिया। वाजे और शिवसेना के कनेक्शन निकाले जाने लगे। खास बात रही कि सरकार में प्रमुख सहयोगी एनसीपी ने इस मुद्दे पर चुप्पी बनाए रखी।
वाजे की गिरफ्तारी के बाद आया मोड़
इस बीच एनआईए ने मामले की जांच शुरू की और सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लिया। एनआईए की पूछताछ में जब एक के बाद एक करके वाजे के सामने सबूत रखे गए तो उन्होंने एंटीलिया मामले में खुद के शामिल होने की बात कबूल कर ली। ये शिवसेना के लिए बड़ा झटका था। एनआईए ने ये भी दावा किया कि जिस स्कॉर्पियों में जिलेटिन की छड़ें रखकर उसे एंटीलिया के बाहर खड़ा किया गया था वह गाड़ी 17 फरवरी से ही वाजे के पास थी। इसका सबूत भी एनआईए के हाथ लग गया।
मामले में बड़ी हलचल तब हुई जब सोमवार को शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद ही शरद पवार ने गृह मंत्री अनिल देशमुख से बात की जिसके बाद राजनीतिक कयासबाजी का दौर शुरू हो गया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अनिल देशमुख के पद से हटाए जाने के कयास भी लगाए गए जिसे एनसीपी ने खारिज कर दिया और कहा कि देशमुख बने रहेंगे।
दो दिन बाद बुधवार को महाराष्ट्र के गृह विभाग ने मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को बदलने का आदेश जारी कर दिया और उनकी जगह नया कमिश्नर नियुक्त कर दिया। इसके साथ ही परमबीर सिंह के नाम के साथ एक और विवाद का नाता जुड़ गया है।
मालेगांव ब्लास्ट केस से आए चर्चा में
सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद से ही कमिश्नर परमबीर सिंह पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन उनसे जुड़े कई विवाद उन्हें पहले भी सुर्खियों में ला चुके हैं। इनमें ही एक था मालेगांव ब्लास्ट केस।
फरीदाबाद में जन्में परमबीर सिंह भड़ाना 1988 बैच के आईपीएस बैच के अधिकारी हैं। परमबीर सिंह मीडिया की सुर्खियों में पहली बार मालेगांव ब्लास्ट के बाद चर्चा में आए थे। मालेगांव ब्लास्ट केस में महाराष्ट्र एटीएस ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (वर्तमान बीजेपी सांसद) को गिरफ्तार किया था। हालांकि उस समय एटीएस के प्रमुख तो हेमंत करकरे थे लेकिन एटीएस के डीआईजी के तौर पर पूरी जांच परमबीर सिंह ही कर रहे थे।
एनसीपी नेता अजित पवार को क्लीनचिट
परमबीर सिंह 2020 की फरवरी में मुंबई पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया गया था। मुंबई पुलिस कमिश्नर बनने के पहले वह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक थे। इस पद पर भी उन्होंने एक ऐसा फैसला दिया था जो खूब चर्चा में रहा था। उनके कार्यकाल में ही नवम्बर 2019 में एसीबी ने एनसीपी नेता और उप मुख्यमंत्री अजित पवार को सिंचाई घोटाले के मामले में क्लीन चिट दे दी थी।
एसीबी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में शपथपत्र दाखिल कर कहा था कि दूसरी एजेंसियों के काम के लिए पवार जिम्मेदार नहीं हैं। इस मामले ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसके तीन महीने बाद फरवरी में उन्हें मुंबई पुलिस का कमिश्नर बनाया गया।
चर्चित टीआरपी स्कैम मामला
मुंबई में चर्चित टेलीविजन रेटिंग स्कैम के मामला परमबीर सिंह के पुलिस कमिश्नर रहते हुए सामने आया था। मुंबई पुलिस ने खुलासा किया कि कुछ टेलीविजन न्यूज चैनल दर्शक रेटिंग एजेंसी के साथ मिलकर टीआरपी बढ़ाने के खेल में लगे हैं। इनमें अर्णब गोस्वामी के रिपब्लिक टीवी का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। मुंबई पुलिस ने इस मामले में पूरे सबूत होने का दावा किया। खुद मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारियां दी थीं।
मामले में रिपब्लिक टीवी के प्रमुख अर्णब गोस्वामी को जेल भी जाना पड़ा। खास रहा कि इस कार्रवाई में भी सचिन वाजे शामिल रहे थे। रिपब्लिक टीवी और अर्णब गोस्वामी ने परमबीर सिंह पर उन्हें फंसाने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया था। मामले ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थीं।