NCP नेता भुजबल ने मां सरस्वती पर दिया विवादित बयान, कहा-'इन्होंने हमें कुछ नहीं सिखाया'
नई दिल्ली, 27 सितंबर। देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान देना जैसे अब एक ट्रेंड बन गया है। आए दिन कोई न कोई नेता या फिर अन्य सेलिब्रेटी देवी-देवताओं को लेकर विवादित बयान देता रहता है। ऐसा ही एक बयान अब महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी के कद्दावर नेता छगन भुजबल ने दिया है। मां सरस्वती पर दिया गया उनका बयान चर्चा में हैं। उनके इस बयान पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया कर रहे हैं। वहीं, भाजपा ने उनके इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए माफी मांगने को कहा है।
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भुजबल बोले स्कूलों में न लगे तस्वीर
दरअसल, छगन भुजबल सोमवार को यशवंतराव चव्हाण सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में गए थे। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। संबोधन के दौरान उन्होंने मां सरस्वती को लेकर विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि हमें स्कूल में भी सावित्रीबाई फुले, महात्मा फुले, साहू महाराज और भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगानी चाहिए।
देवी-देवताओं ने हमें कुछ नहीं सिखाया
कार्यक्रम में संबोधन के दौरान भुजबल ने कहा कि हमने स्कूलों में सरस्वती की तस्वीर, शारदा मां की तस्वीर लगाई है। स्कूलों में इनकी तस्वीर लगाने की जरूरत नहीं है। भुजबल यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि इन देवी देवताओं ने हमें कुछ सीखाया भी नहीं है और न ही हम लोगों ने इन्हें कभी देखा है।
जो भी सिखाया सिर्फ RSS को सिखाया
संबोधन के दौरान भुजबल ने कहा कि सरस्वती और शारदा मां ने किसी को सिखाया है तो वो सिर्फ आरएसएस वाले ही हैं। ऐसे में इनसे हमें दूर रखा जाएगा। इसके अलावा भुजबल ने स्कूलों में देवी-देवताओं के पूजा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि हम लोगों को फुले, अंबेडकर, शाहू जी से बहुत शिक्षा मिली है। उन्हीं लोगों की वजह से हम लोगों ने सीखा है।
बयान पर शुरू हुआ विवाद
भुजबल ने कहा कि हमें फुले, अंबेडकर, शाहू जी के विचारों की हमें पूजा करना चाहिए। न कि हमें मां सरस्वती और शारदा की पूजा करनी चाहिए। ऐसे में आप लोग फुले, अंबेडकर, शाहू जी की पूजा करें, बाकी भगवान को हम बाद में देख लेंगे। छगन भुजबल के इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है। भाजपा ने उन्हें अड़े हाथ लेते हुए इस बयान पर मांफी मांगने को कहा है।