मुंबई पुलिस की ऑफिसर रेहाना ने गोद लिए 50 बच्चे, 10वीं तक उठाएंगी पढ़ाई का खर्च
मुंबई, जून 12: मुंबई पुलिस की कांस्टेबल रेहाना शेख एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार वे बच्चों की मदद करने के कारण चर्चा में आई हैं। रेहाना ने एक स्कूल के 50 बच्चों को गोद लिया है। 40 वर्षीय रेहाना शेख ने 50 बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी अपने कंधों पर ले रखा है। इससे पहले रेहाना शेख ने अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना पेशेंट को ऑक्सीजन, प्लाजमा, ब्लड और बेड उपलब्ध कराए। पुलिस ऑफिसर होने के साथ ही रेहाना सोशल वर्कर और एक एथलीट भी हैं।
40 वर्षीय रेहाना ने 50 गरीब बच्चों की शिक्षा का भार उठाया। उनके कार्यों को देखते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले से उन्हें सम्मानित किया। रेहाना ने रायगढ़ के बच्चों की दसवीं कक्षा तक पढ़ाई का खर्च उठाना का वादा भी किया। रेहाना के सामाजिक कार्यों को देखते हुए उनके दोस्त और पति उन्हें मदर टेरेसा कहकर बुलाते हैं। रेहाना को पिछले साल उन्हें रायगढ़ के स्कूल के बारे में पता चला था।
उन्होंने देखा कि अधिकांश बच्चे गरीब परिवार से हैं जिनके पास पहनने को चप्पल तक नहीं है। इनकी दयनीय स्थिति देखकर उन्होंने अपने बेटी के बर्थडे और ईद की शॉपिंग के लिए जो बचत के पैसे रखे थे, वो भी इन गरीब बच्चों पर खर्च कर दिए। रेहाना बताती हैं कि, मेरे दोस्त ने मुझे एक स्कूल की कुछ तस्वीरें दिखाईं। उसके बाद, मुझे एहसास हुआ कि इन बच्चों को मेरी मदद की ज़रूरत है और मैंने 50 बच्चों को गोद लिया। मैं 10वीं कक्षा तक उनकी शिक्षा का खर्च वहन करूंगीं।
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इसके अलावा रेहाना ने कोरोना काल में 50 से अधिक लोगों को ऑक्सीजन, प्लाजमा, ब्लड और बेड उपलब्ध कराए हैं। पिछले साल उन्होंने एक कॉन्स्टेबल की मां के लिए इंजेक्शन का इंतजाम किया था। उनके कार्यों को देखते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले से उन्हें सम्मानित किया। अपनी नौकरी के अलावा सोशल वर्क करने के लिए कमिश्नर ने उन्हें ऑफिस में बुलाकर सर्टिफिकेट दिया।