70 फीसदी वैक्नीसेशन के बाद ही मुंबई से हटाए जाएं प्रतिबंध, महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स ने दी सलाह
मुंबई, जून 18। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में सबसे अधिक प्रभावित होने वाले राज्य महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। इस बीच महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर शशांक जोशी ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उन तैयारियों का जिक्र किया है। शशांक जोशी ने बताया है कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण बहुत तेजी से फैलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया है कि तीसरी लहर में एक्टिव केस 8 लाख तक जा सकते हैं।
सतर्क नहीं रहे तो तीसरी लहर की संभावना अधिक है- शंशाक जोशी
शशांक जोशी ने अपने बयान में कहा है, "महाराष्ट्र में अब कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी पड़ रही है, मुंबई और पुणे जैसे शहरों में रोजाना 500 से 600 नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन इस स्थिति में लापरवाही करना बहुत भारी पड़ सकता है, इसलिए लोगों से ये अपील है कि कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए और अगर लापरवाही बरती तो तीसरी लहर की संभावना बहुत अधिक होगी। शंशाक जोशी ने कहा कि अगर हमें तीसरी लहर के खतरे से और दूसरी लहर को पूरी तरह से खत्म करना है तो हमें इन तीन लक्ष्यों को हासिल करना होगा।
- इनमें पहला है पॉजिटिविटि रेट 2 हफ्ते तक 5 फीसदी से कम रहे।
- दूसरा 70 प्रतिशत आबादी को हमें वैक्सीनेट करना होगा, जिसमें करीब 4-5 महीने का समय लगेगा।
- कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। मास्क को इस्तेमाल करते रहना होगा।
शंशाक जोशी ने कहा कि मुंबई में जैसे-जैसे केस कम आ रहे हैं, वैसे-वैसे कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन बढ़ता ही जा रहा है, जो बहुत ही चिंताजनक है। अगर यह जारी रहता है, तो ये तीसरी लहर के निमंत्रण होगा। शशांक जोशी ने कहा कि हमने सरकार को यही सलाह दी है कि 70 फीसदी आबादी को वैक्सीन लगने के बाद ही कोविड प्रतिबंध में थोड़ी ढील दी जाए। उन्होंने कहा है कि जब तक इस लक्ष्य को हासिल ना किया जाए तक तक मुंबई को खोलना ठीक नहीं होगा।
शशांक जोशी ने कहा है कि हम अभी लोकल ट्रेन सेवा को भी शुरू करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं, क्योंकि अभी खतरा टला नहीं है, पहली और दूसरी लहर में जो हमने गलती की थी उसे हम दोहराना नहीं चाहते।