रमेश चौरसिया: लक्ष्मण के प्राण बचाने वाले सुषेण वैद्य की रावण से थी दोस्ती, उज्जैन में होटल का नाम संजीवनी
उज्जैन। लॉकडाउन के दिनों में रामानंद सागर का लोकप्रिय धारावाहिक रामायण लौट आया है। दूरदर्शन पर देशभर में दिखाया जा रहा है। गुरुवार सुबह के एपिसोड में लक्ष्मण के मूर्छित होने के बाद सुषेण वैद्य के कहने पर हनुमानजी द्वारा संजीवनी बूटी लाने का प्रसंग दिखाया गया है। सुषेण वैद्य का किरदार रमेश चौरसिया ने निभाया, जो मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले हैं। चौरसिया को रामायण में रोल मिलने के पीछे एक अजब दोस्ती की गजब कहानी है।

दरअसल, रामायण में रावण की भूमिका अरविंद त्रिवेदी ने निभाई। त्रिवेदी और चौरसिया में गहरी दोस्ती थी। उस वक्त चौरसिया की देवासगेट बस स्टैंड पर पान की छोटी सी दुकान थी। त्रिवेदी की मित्रता उन्हें मायानगरी मुंबई ले गई। रामानंद सागर से भेंट करने का अवसर प्राप्त हुआ। कुछ टेस्ट लेने के बाद रामानंद सागर ने उन्हें रामायण में सुषेण वैद्य की भूमिका के लिए फाइनल कर दिया।
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उज्जैन शहर के मुख्य बस स्टैंड देवासगेट पर उनकी नमकीन की दुकान और एक होटल संचालित होती है। इस दुकान और होटल का नाम भी संजीवनी ही रखा गया है। दुकान में उनकी सुषेण वैद्य की भूमिका वाली कई तस्वीरें लगी हुई हैं। उज्जैन शहर में साइकिल पर घूमने वाले चौरसिया इस दुनिया से चले गए किन्तु उनकी यादें आज भी शहरवासियों के दिलों में ताजा है।