एक पुलिस चौकी ऐसी भी जो खुद निजी कंपनी की कैद में स्थित
सागर,7 जून। मप्र के सागर जिले के अधीन बीना भानगढ में एक पुलिस चौकी ऐसी भी है जो खुद कैद में है। पुलिस चौकी एक निजी थर्मल पॉवर कंपनी की चार दिवारी के अंदर कैद होकर रह गई है। चौकी को बाहर लाने के लिए कई दफा प्रयास हुए, लेकिन यह संभव न हो सका। पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए चौकी तक पहुंचा काफी दुश्कर काम है, पहले निजी कंपनी के सुरक्षा गार्ड से अनुमति लो, मिल गई तो ठीक, अन्यथा वापस जाना पडता है।
दरअसल मप्र में सागर जिले के बीना के पास भानगढ थाने के अधीन सिरचौपी पुलिस चौकी मौजूद है। पूर्व में यह चौकी गांव के बाहर बनी थी, लेकिन करीब दो दशक पहले बीना में जेपी कंपनी का थर्मल पॉवर प्लांट लगाया गया था, शासन ने इसके लिए भानगढ के सिरचौपी के पास की जमीन कंपनी को अलॉट की थी। कंपनी ने सारे इलाके को घेरकर चार दिवारी बनाकर आने-जाने के लिए बडे-बडे एंट्री गेट लगाए हैं, जहां पर गार्ड तैनात किए गए हैं।
पुलिस
से
ज्यादा
तो
गेट
पर
गार्ड
पूछताछ
करते
हैं
सिरचौपी
चौकी
के
अधीन
आने
वाले
इलाके
के
गांवों
में
जब
कभी
कोई
विवाद,
मारपीट,
घटना
होती
है
तो
ग्रामीण
इसकी
शिकायत
पुलिस
में
करने
के
लिए
काफी
परेशान
होते
हैं।
जब
वे
चौकी
जाने
के
लिए
जेपी
थर्मल
पॉवर
प्लांट
के
गेट
पर
पहुंचते
हैं
तो
वहां
पर
गार्ड
उन्हें
रोक
लेते
हैं।
लंबी
पूछताछ,
अपराधियों
सरीके
सवाल,
गैर
जरूरी
पूछताछ
करते
हैं,
जिनका
उनसे
कोई
लेना
देना
भी
नहीं
होता
है।
कई
दफा
तो
लोक
चौकी
ही
नहीं
पहुंच
पाते
और
निजी
कंपनी
के
गेट
से
ही
बिना
शिकायत
किए
वापस
लौट
आते
हैं।
जनप्रतिनिधियों
और
अधिकारियों
के
सामने
मांग
उठ
चुकी
सिरचौपी
गांव
के
स्थानीय
रहवासी
गोविंद
सिंह
और
बदन
सिंह
ठाकुर
ने
बताया
कि
कई
वर्षों
से
हम
लोग
शासन-प्रशासन
से
मांग
कर
रहे
हैं
कि
पुलिस
चौकी
को
जेपी
कंपनी
के
परिसर
से
आजाद
कराकर
बाहर
स्थापित
करा
दी
जाए,
लेकिन
यह
संभव
नहीं
हो
पाया।
जनप्रतिनिधियों
से
भी
इस
संबंध
में
मांग
रखी
गई,
लेकिन
विभाग
ने
इस
दिशा
में
कोई
कदम
नहीं
उठाए
हैं।