प्रिंसिपल की शिक्षिका से अश्लील डिमांड, झूठी रिपोर्ट दी, नौकरी से निकलवाया, शिकायत, जांच शुरू
सागर, 8 जून। मप्र के सागर जिला मुख्यालय स्थित शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के प्राचार्य के खिलाफ कॉलेज की महिला व अविवाहित शिक्षिका से अश्लील मांग रखने और देर शाम तक जांच के बहाने कॉलेज में रोकने और अश्लील बातें व बेज्जत करने का मामला सामने आ है। शिक्षिका ने संभाग कमिश्नर से बीते दिनों लिखित शिकायत की थी, जिसके बाद बुधवार को कमिश्नर ने प्राचार्य को कदाचरण और पद की गरिमा धूमिल करने का हवाला देते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई का नोटिस दिया है।
संभाग कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जीएस रोहित को कदाचरण एवं पद की गरिमा के खिलाफ काम करने व महिला शिक्षिका को प्रताडित करने के आरोप में नोटिस जारी किया है। नोटिस में उल्लेख है कि कॉलेज में पदस्थ अविवाहित महिला अतिथि विद्वान शिक्षक को आप प्रताडित करते हैं। उसके खिलाफ झूठी जांच बैठाने, देर रात तक जांच और काम का दबाव बनाकर कार्यालय में रोकने और 1 अप्रैल 2022 को किसी जांच का हवाला देकर शिक्षिका को देर रात तक अपने चेम्बर में रोकने और जांच की धमकी देकर अश्लील डिमांड रखने की शिकायत की गई है। नोटिस में यह भी उल्लेख है कि जब शिक्षिका ने उनकी डिमांड पूरी नहीं की तो उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाकर उनके खिलाफ झूठी-निराधार रिपोर्ट शासन को भेजकर उनकी सेवाएं समाप्त करा दी गई हैं।
10
दिन
में
नोटिस
का
जवाब
नहीं
दिया
तो
एकतरफा
कार्रवाई
नोटिस
में
संभाग
कमिश्नर
मुकेश
शुक्ला
ने
स्पष्ट
कहा
है
कि
आगामी
10
दिन
के
अंदर
अपना
पक्ष
और
लिखित
जवाब
प्रस्तुत
करें,
यदि
ऐसा
नहीं
किया
जाता
तो
प्राचार्य
डॉ
रोहित
को
दोषी
मानते
हुए
एकतरफा
कार्रवाई
की
जाएगी।
इधर
कॉलेज
का
सारा
स्टाफ
प्राचार्य
के
पक्ष
में
आया
नोटिस
जारी
होने
के
कुछ
घंटों
बाद
ही
कला
एवं
वाणिज्य
महाविद्यालय
के
सारे
शिक्षक
और
अन्य
स्टाफ
दोपहर
में
प्राचार्य
डॉ
रोहित
के
पक्ष
में
संभाग
कमिश्नर
कार्यालय
पहुंच
गए।
यहां
उन्होंने
डॉ
रोहित
पर
लगाए
गए
आरोप
को
निराधार
व
झूठे
बताते
हुए
संभाग
कमिश्नर
के
नाम
से
ज्ञापन
सौंपा
और
इस
मामले
में
दोबारा
जांच
कराने
की
मांग
कमिश्नर
के
सामने
रखी
है।