MP: ट्रेजरी का गालीबाज अफसर, चालान कटा तो महिला अफसर का नाम लेकर गाली दे डाली
सागर, 30 सितंबर। मप्र में सागर के सरकारी कोषालय में पदस्थ गालीगाज डिप्टी डायरेक्टर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें अधिकारी अपनी कार का चालान कटने से गुस्साए और पुलिसकर्मी को खरी-खोटी सुनाते नजर आ रहे हैं। अपने किसी मातहत से बात करते हुए यातायात थाना प्रभारी जो महिला हैं उनका नाम लेकर सीआर बिगाड़ने और गाली देते नजर आ रहे हैं। गालीबाज अधिकारी की इस हरकत का किसी पुलिसकर्मी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इधर महिला टीआई ने इस मामले में प्रतिवेदन बनाकर एसपी और कलेक्टर को भेजा है।
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सागर-भोपाल मार्ग पर भापेल चौराहे पर पुलिस 110 की स्पीड में जा रही कार को रोककर उसके कागजात और लाइसेंस चेक किया था। पुलिस ने कार चालक जितेंद्र आर्य का 1 हजार का चालान काट दिया। जितेंद्र आर्य ने अपना परिचय देते हुए खुद को सागर जिला कोषालय (ट्रेजरी) का डिप्टी डायरेक्टर बताया था। पुलिसकर्मी ने कहा कि आप चालान भर दीजिए तो जितेंद्र गुस्से में तमतमाते हुए खरी-खोटी सुनाने लगे। पुलिसकर्मी ने उनका लाइसेंस रख लिया तो वे आग-बबूला हो गए। पुलिसकर्मी से उसके अधिकारी का नाम पूछने लगे। पास में ही ट्रेफिक थाना प्रभारी उपमा सिंह बैठी हुई थीं।
किसी
को
फोन
लगाया
और
सर्विस
बुक
को
लेकर
धमकाया
ट्रेजरी
के
डिप्टी
डायरेक्टर
जितेंद्र
आर्य
ने
चालान
काटने
वाले
पुलिसकर्मी
से
सामने
मौजूद
महिला
टीआई
का
नाम
पूछा
और
किसी
को
फोन
लगाकर
बताने
लगा
कि
ट्रेफिक
थाना
प्रभारी
उपमा
सिंह
हैं।
इनकी
एक
भी
सर्विस
बुक
खाली
नहीं
जाना
चाहिए,
सारी
वसूली
होनी
चाहिए...
इसी
दौरान
आर्य
गंदी
गाली
देते
नजर
आए।
उनकी
यह
हरकत
और
गाली
मोबाइल
में
रिकॉर्ड
हो
गई।
पुलिसकर्मी
ने
जब
उनसे
चालान
भरने
को
कहा
तो
आर्य
बोले
आपके
एसपी
ऑफिस
बात
चल
रही
है,
रुको
जरा।
MP:
इस
सरकारी
दफ्तर
में
भयानक
वास्तुदोष,
कुंए
पर
बना
है
चैंबर,
कार्यकाल
पूरा
नहीं
कर
पाते
अधिकारी
एसपी
और
कलेक्टर
को
प्रतिवेदन
भेजा
है
वीडियो
सामने
आने
के
बाद
यातायात
थाना
प्रभारी
उपमा
सिंह
ने
ट्रेजरी
के
डिप्टी
डायरेक्टर
द्वारा
अभद्रता
करने
और
उनका
नाम
लेकर
गाली
देने
के
मामले
में
प्रतिवेदन
बनाकर
कलेक्टर
दीपक
आर्य
और
पुलिस
अधीक्षक
तरुण
नायक
को
भेजा
है।
हालांकि
फिलहाल
तक
इस
मामले
में
कोई
एक्शन
या
कार्रवाई
नही
ंहुई
है।
इधर
गालीबाज
अधिकारी
ने
इस
मामले
में
मीडिया
को
बताया
कि
वे
अपने
किसी
जूनियर
अधिकारी
से
बात
कर
रहे
थे,
जो
उनके
काफी
करीब
हैं।
टीआई
का
नाम
लेकर
गाली
नहीं
दी
है।
सामान्य
बातचीत
के
दौरान
गाली
निकल
गई
थी।